जयपुर। इस होने वाले राजस्थान विभानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने कमर कस ली है। बीजेपी ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश में बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा के चौथे भाग को हरी झंडी दिखाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे। हनुमानगढ़ जिले के गोगाजी महाराज की पावन स्थली गोगामेड़ी में उनकी सभा हुई। इस दौरान राजस्थान बीजेपी के तमाम बड़े नेता भी मंच पर मौजूद थे। सभा के दौरान राजस्थान में बीजेपी पार्टी के उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने वसुंधरा राजे की जमकर तारीफ की। पूनिया ने गडकरी को भारत का भागीरथ भी बताया। उन्होंने कहा कि गडकरी ने अटल बिहारी वाजपेयी का सपना साकार किया। जिन्होंने गांव-गांव में सड़कों का जाल बिछाया।
राजे ने किया भैरोसिंह के सपनों को साकार
सतीश पूनिया ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की जमकर प्रशंसा की। पूनिया ने कहा कि राजस्थान में भैरोसिंह शेखावत से लेकर वसुंधरा राजे तक के कार्यकाल में जो काम किए गए उनसे लोगों को बहुत फायदा हुआ। पूनिया ने कहा कि भैरोसिंह के सपने को साकार करने का काम भी वसुंधरा राजे ने ही किया है। भैरोंसिंह के बाद राजस्थान के विकास की बागडोर राजे ने संभाली। इसके साथ ही राजस्थान में वसुंधरा के कार्यकाल में गरीबों का खूब कल्याण हुआ।
पूनिया बोले, सरकारी भवन में सोने के बिस्किट मिलते
पूनिया ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों के साथ छल किया गया। उन्हें कर्ज मुक्त करने का आश्वासन दिया और कहा कि 10 दिन के भीतर कर्ज माफ हो जाएगा लेकिन किसानों को कर्ज के कारण आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा। पेपर लीक को लेकर भी उन्होंने जमकर हमला किया और कहा कि पेपर लीक तब होता है जब सरकार वीक होती है। सचिवालय में नगदी और सोना मिलने को लेकर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा लोगों के घरों में बच्चों के लिए पारले -जी बिस्किट नहीं मिलता, लेकिन सरकारी भवन में सोने के बिस्किट मिलते हैं।
परिवर्तन यात्रा के बाद वसुंधरा राजे को लेकर बदला सियासी माहौल
प्रदेश में भाजपा की परिवर्तन यात्रा शुरुआत के बाद सियासी माहौल बदलने लगा है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने धीरे-धीरे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को आगे लाना शुरू कर दिया है। राजस्थान में परिवर्तन यात्रा के चारों शुभारंभ के अवसर पर पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं ने जिस तरह वसुंधरा राजे की तारीफ की है। उससे प्रदेश में पार्टी की रणनीति की तस्वीर साफ होने लगी है। आपको बता दें कि परिवर्तन यात्राओं के शुभारंभ के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वसुंधरा राजे के कामकाज की सराहना करते हुए उनके भावी नेतृत्व होने का इशारा कर दिया है। पार्टी सूत्रों की मानें अब प्रदेश में चुनाव की तैयारियों को लेकर पार्टी की तस्वीर साफ होने लगी है।
राजे के सिवा कोई नेता नजर नहीं आया
प्रदेश में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा में मुख्यमंत्री पद के अनेक दावेदार हैं। परिवर्तन यात्रा शुरू होने के साथ ही जमीन पर वसुंधरा राजे के सिवा कोई नेता नजर नहीं आ रहा है। दरअसल, वसुंधरा राजे प्रदेश भाजपा में सबसे प्रभावशाली और जमीनी पकड़ रखने वाली नेता हैं। वसुंधरा राजे ने इससे पहले भी प्रदेश में कई सफल सभाएं की है। जिनमें अच्छी खासी भीड़ नजर आती रही है। पार्टी में स्थानीय नेताओं का एक बड़ा गुट वसुंधरा विरोधी हैं।
स्थानीय नेताओं की जमीन पर निकली हवा
पार्टी ने प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार आगे तो किए लेकिन वे पार्टी को उतना मुखर नहीं कर पाए जितनी उम्मीद की गई थी। प्रदेश में पिछले एक साल में आंदोलनों और प्रदर्शनों में उतना दम नजर नहीं आया। राजनीति के जानकार बताते हैं कि बंद कमरों में बैठकर षड्यंत्र करने से मुख्यमंत्री नहीं बना जा सकता है। प्रदेश में नेताओं की जमीनी पकड़ होना जरूरी है।
वसुंधरा राजे ही अशोक गहलोत को दे सकती है टक्कर
पार्टी में स्थानीय नेताओं की गुटबाजी के चलते बार-बार अपमान किया गया। इसके बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पार्टी में बनी रहीं। उन्होंने पार्टी विरोधी कोई गतिविधि नहीं की। पार्टी नेताओं द्वारा अपमान के बावजूद वे हमेशा मौन रहीं। स्थानीय नेताओं ने वसुंधरा राजे को कमजोर करने की हरसंभव कोशिश की। लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। वक्त के साथ वसुंधरा राजे प्रभावशाली होकर उभरती रहीं। वसुंधरा राजे के खिलाफ गुटबाजी करने वाले नेता जमीन पर अपना प्रभाव नहीं दिखा पाए। राजनीति के जानकार बताते हैं कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बढ़ते कद को अगर कोई नेता टक्कर दे सकता है तो वह वसुंधरा राजे ही हैं। पार्टी को चुनाव से पहले यह बात समझ आ गई है।
बीजेपी को राजस्थान में राजे ही दिला सकती है जीत
भाजपा की परिवर्तन यात्रा की शुरुआत के चारों चरण के दौरान पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं ने वसुंधरा राजे की तारीफ कर उन्हें नेतृत्व देने के संकेत दे दिए हैं। इस दौरान वसुंधरा राजे को लेकर आमजन में खासा उत्साह भी दिखा है। इससे साफ हो गया है कि पार्टी को राजस्थान में चुनाव जीतने के लिए वसुंधरा राजे को आगे करना होगा। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पार्टी द्वारा कराए गए सभी सर्वे रिपोर्ट में भी चुनाव जीतने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का ही नाम सामने आया है। अलग-अलग सर्वे में रिपोर्ट में सामने आया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की लोकप्रियता के मुकाबले में उनको टक्कर देने का माद्दा वसुंधरा राजे में ही है। ऐसे में पार्टी ने राजे की लोकप्रियता और राजस्थान में हालात को देखते हुए वसुंधरा राजे को आगे करने का मानस बना लिया है।