बूंदी. बूंदी पंचायत समिति की जावटीकलां पंचायत के तत्कालीन सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी को बारां एसीबी की टीम ने गुरुवार शाम गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर मनरेगा कार्यों में अनियमितता बरतने व चेक में हेराफेरी का आरोप था। एसीबी ने आरोपी को शुक्रवार को कोटा एसीबी न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
बारां एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह कानावत ने बताया कि ग्राम पंचायत जावटीकलां के तत्कालीन सरपंच बाबूलाल वर्मा व ग्राम विकास अधिकारी हीरालाल नामा ने वित्तीय वर्ष 2008 से 2010 के किए गए निर्माण कार्यों में 9 लाख 58 हजार 520 रुपये के भुगतान में अनियमितता की थी। सरकारी राशि का दुरूपयोग करते हुुए दोनों ने सेल्फ के चेक लगाकर मनरेगा की राशि का गबन कर स्वयं के खाते में राशि डलवा ली। तब एसीबी में एक परिवाद पेश किया गया। बूंदी एसीबी चौकी के तत्कालीन उपाधीक्षक तरूणकांत सोमाणी ने मामले का सत्यापन कराया गया।
शिकायत सही पाए जाने पर दोनों आरोपियों की भूमिका को संदिग्ध माना गया। बारां एसीबी टीम ने दर्ज प्रकरण में उप अधीक्षक अनीस अहमद की अगुवाई में दोनों को गुरुवार को गिरफ्तार किया। यहां से जहां से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बारां की टीम ने कोटा एसीबी न्यायालय में पेश किया।
दो पंचायतों में कार्यरत है आरोपी
गबन के आरोप में पकड़ा गया तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी हीरालाल नामा वर्तमान में दो पंचायतों तालेड़ा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बडुंदा व केथूदा में कार्यरत है।