भले ही विदेशी डॉक्टर्स और टेकनोलॉजी को हमेशा भारतीय डॉक्टर्स से बेहतर माना जाता रहा हो लेकिन अब यहां के डॉक्टर्स भी कुछ कम नहीं हैं। लगातार बेहतर इलाज में सफल हो रहे देश के डॉक्टर्स के बीच राजस्थान के उदयपुर के डॉक्टर्स ने वो कारनामा कर दिखाया है जो अभी तक कहीं संभव नहीं हुआ है। उदयपुर के डॉक्टर्स ने एक मरीज के दिल से दुनिया के सबसे बड़े ट्यूमर को बाहर निकालने में सफलता हासिल की है। इस ट्यूमर का आकार दुनियाभर में दिल में पाए गए ट्यूमर्स में सबसे बड़ा बताया जा रहा है। उदयपुर के डॉक्टर्स की टीम ने चिकित्सा जगत में करिश्मा करते हुए एक दिल के मरीज को नया जीवन दिया है।
खास बात यह भी है कि यह ऑपरेशन भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत एक गरीब व्यक्ति का किया गया है। सिरोही के रहने वाले ताराराम (53) के दिल में ट्यूमर था। करीब चार सालों तक ताराराम को इसकी जानकारी नहीं थी लेकिन जब मिली तो वह देश में कई जगह इलाज कराने के बाद उदयपुर के गीतांजली मेडीकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल पहुंचा। यहां जांच के दौरान उसके दिल में एक एक बड़े आकार के ट्यूमर होने की बात सामने आई। उसके दिल में 11.5 सेमी का ट्यूमर था जो दुनिया में किसी भी हार्ट में मिलने वाला ससे बड़ा ट्यूमर बताया जा रहा है। इसके बाद शुरू हुआ ताराराम का इलाज और चिकित्सा के क्षेत्र में दुनिया के सबसे बड़े अजूबे को ठीक करने की कोशिश का आगाज।
हालांकि इस ऑपरेशन में खर्चा बहुत था लेकिन ताराराम भामाशाह कार्ड धारक है। राजस्थान सरकार और भामाशाह कार्ड की वजह से उसने चिकित्सा सुविधाओं का पूरा लाभ उठाया और गीतांजली हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की टीम ने उसे नया जीवन देकर एक सफल और मुश्किल आॅपरेशन कर दिखाया। वसुंधरा सरकार द्वारा शुरू की गई भामाशाह योजना ने एक गरीब को फिर से नई जिंदगी दी है। सफल इलाज के बाद ताराराम काफी खुश है और एकदम स्वस्थ है।