राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उदयपुर में आयोजित किए जा रहे संभाग स्तरीय राजस्थान ग्लोबल एग्रीटेक मीट ‘ग्राम-उदयपुर’ के दौरान उदयपुर संभाग को 424 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी है। सीएम राजे ने करीब 382 करोड़ रूपए की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने 42 करोड़ रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। राजे ने यहां टोंक, धौलपुर और जैसलमेर जिलों में 30 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सेंटर फोर एक्सीलेंस के भी शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने कैथून (कोटा) के खेड़ा रसूलपुर गांव में कस्टम हायरिंग सेंटर का रिमोट से बटन दबाकर उद्घाटन भी किया।
मुख्यमंत्री ने ग्राम-उदयपुर में की महत्वपूर्ण घोषणाएं:
1186 करोड़ रूपये से चमकेगी उदयपुर संभाग की सड़कें: सीएम राजे ने ‘ग्राम-उदयपुर’ के उद्घाटन के अवसर पर अपने संबोधन में उदयपुर संभाग में ग्रामीण क्षेत्रों को सड़कों से जोड़ने के लिए 1186 करोड़ रूपये की लागत से 3167 किलोमीटर लंबाई की सड़कों के विकास कार्य करवाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये काम ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के लिए की गई पुरानी घोषणाओं से अलग होंगे और इन्हें अगले एक वर्ष में पूरा भी कर लिया जाएगा।
राजे ने ये महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की:
- कोटडा, लसाडिया एंव बलीचा में लघु वन उपज मंडी प्रांगणों की कार्य योजना प्रारंभ।
- कोटडा में दो करोड पांच लाख रूपये की लागत से आधुनिक मण्डी यार्ड की स्वीकृति जारी।
- उदयपुर शहर मे बढते व्यापार, यातायात दबाव एंव मण्डी प्रांगण में स्थान की कमी को देखते हुए बलीचा में 125 बीघा भूमि पर 107 करोड रूपये की लागत सें आधुनिक अनाज मण्डी परियोजना पर कार्य प्रारंभ।
- सबीना मंडी प्रांगण में आधुनिक एग्रो ट्रेड टावर के लिए 14 करोड रुपये की स्वीकृति जारी।
- मक्का की फसल के प्रसंस्करण, विविधीकरण एंव मूल्य संर्वधन के अनुसंधान के लिए बांसवाड़ा में 10 करोड़ रूपये से सेन्टर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना की जायेगी।
उदयपुर संभाग में 20 नवंबर से पं. दीनदयाल उपाध्याय जनकल्याण शिविर होंगे आयोजित: सीएम राजे ने उदयपुर संभाग के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि, आगामी 20 नवंबर से संभाग की प्रत्येक ग्राम पंचायत में पं. दीनदयाल उपाध्याय जनकल्याण शिविर आयोजित किये जाएंगे। जिनमें वर्तमान में मिलने वाले लाभ का सत्यापन किया जायेगा और योजना में पात्र व्यक्ति को चिन्हि्त कर लाभान्वित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस अभियान के प्रथम चरण में प्रत्येक लाभार्थी के घर-घर जाकर उसे मिल रहे वास्तविक लाभ स्थिति का सत्यापन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में सर्वें के दौरान चिन्हि्त की गई कमियों को प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर दो दिवसीय शिविर लगाकर दूर किया जाएगा। इसके बाद आयोजित तृतीय चरण में जिला प्रशासन द्वारा समुचित समीक्षा कर ये सुनिश्चित किया जायेगा कि शिविर के बाद कोई भी लाभार्थी योजना के लाभ से वंचित न रह जाये।
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महत्वपूर्ण योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास: मुख्यमंत्री राजे ने इस दौरान उदयपुर संभाग की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। जिसमें झाड़ोल में 4.17 करोड़ की लागत के राजकीय महाविद्यालय भवन निर्माण, वल्लभनगर क्षेत्र के नवानिया में 21 करोड़ की लागत के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय भवन का निर्माण, उदयपुर में 8 करोड़ की लागत का महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्यौगिकी विश्वविधालय, 8 करोड़ की लागत का प्रशासनिक भवन निर्माण, गोगुन्दा क्षेत्र के बेकरिया 4.60 की लागत का गरासिया जनजाति बालिका छात्रावास, 2.46 करोड़ की लागत से झाड़ोल क्षेत्र के महाडी में बना बालिका आश्रम छात्रावास समेत अन्य कई विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इनके अलावा सीएम राजे ने संभाग में 147.71 करोड़ से जयसमंद बांध एवं नहरों का जीर्णोद्धार, (सराड़ा, सलूम्बर धरियावद, वीरपुरा, झल्लारा), 20.84 करोड़ की लागत से सोम कमला आम्बा बांध की नहरों का नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण परियोजना, सागवाड़ा क्षेत्र के लिए 20.31 करोड़ की भीखाभाई सागवाड़ा नहर निर्माण परियोजना समेत करोड़ों की कई अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।