प्रधानमंत्री द्वारा देशभर में सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद अब इस योजना का शुभारंभ राजस्थान में भी हो चुका है। रविवार को स्वास्थ्यमंत्री कालीचरण सराफ व राज्यमंत्री बंशीधर खंडेला ने सचिवालय के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में बच्चों को रोटा वायरस व पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान का श्रीगणेश किया। यह अभियान लगातार 4 माह तक चलेगा और प्रत्येक माह 7 कार्य दिवस पर संचालित किया जायेगा। इस अवसर पर पांच बच्चों को यह खुराक पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। इंद्रधनुष अभियान में जयपुर जिले के शहरी क्षेत्रों सहित राज्य के 11 जिले (अलवर, बाडमेर, बीकानेर, धौलपुर, जालौर, जोधपुर, करौली, पाली, प्रतापगढ, सवाई-माधोपुर एवं उदयपुर) शामिल हैं। इस मौके पर सराफ ने सभी अभिभावकों से अपने-अपने बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं का नजदीकी टीकाकरण केन्द्र पर सभी टीके अवश्य लगवाने की अपील की है। इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव व मिशन निदेशक नवीन जैन, अतिरिक्त मिशन निदेशक बी.एल.कोठारी और प्रमुख सचिव वीनू गुप्ता सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
शिशु मृत्युदर में हुआ है दो अंकों का सुधार
जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शिशु मृत्यु दर एवं मातृ मृत्यु दर में कमी लाने पर विशेष ध्यान दे रहा है और इसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य मापदण्डों में निरन्तर सुधार हो रहा है। स्वास्थ्य सूचकांकों की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले सेम्पल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस)-2016 की जारी रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान के शिशु मृत्युदर में दो अंकों का सुधार दर्ज किया गया हैं एवं अब शिशु मृत्युदर 41 रह गयी है। हम इसे 28 पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। वर्ष 2012-13 के वार्षिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार टीकाकरण का स्तर 74.2 प्रतिशत है एवं निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार वर्ष 2018 तक इसे बढ़ाकर 90 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। शिशु मृत्यु को कम करने के लिए पेंटावैलेन्ट वैक्सीन टीकाकरण, मिशन इन्द्रधनुष, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है।
अभियान में अब 15.50 लाख बच्चों व 4 लाख महिलाओं को लगे टीकें
मिशन इन्द्रधनुष के तहत वर्ष 2015 में अप्रैल से जुलाई तक आयोजित प्रथम चरण में 6 लाख 37 हजार 415 बच्चों का एवं 1 लाख 70 हजार 966 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया था। इसी तरह अक्टूबर, 2015 से जनवरी, 2016 तक प्रदेश के 21 जिलों में आयोजित द्वितीय चरण में 5 लाख 23 हजार 995 बच्चों एवं 1 लाख 27 हजार 167 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया था। अप्रैल 2016 से जुलाई 2016 तक प्रदेश के 12 जिलों में तीसरे चरण में 2 लाख 43 हजार 299 बच्चों एवं 70 हजार 165 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया था अप्रैल 2017 से जुलाई 2017 तक प्रदेष के 31 जिलों के चयनित 101 ब्लाकों एवं 17 शहरी क्षेत्रों में आयोजित चतुर्थ चरण में 1 लाख 50 हजार 814 बच्चों एवं 40 हजार 103 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया था।