अगर कोई काम करने की ठान ली जाए तो फिर शायद ही कोई आपके रास्ते में बाधा बना सकता है। ऐसा ही कुछ जोधपुर शहर में ये सात विदेशी युवा कर रहे है। जोधपुर में इटली से आए सात युवाओं ने वो काम किया है जो शायद आपकों सोचने पर मजबूर कर देगा। यह विदेशी छात्रों का समूह शहर के पुराने स्कूल की काया पलट करने में लगा है। इटली के सात युवाओं ने पूरे प्रदेश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इन युवाओं ने जोधपुर शहर की सौ साल पूराने एक गर्ल्स स्कूल की छात्राओं को उत्साह से भरने का काम किया है।
स्कूल सुधारने के साथ पढ़ा भी रहे है ये विदेशी युवा
इटली से जोधपुर पहुंचा यह सात युवाओं की टीम जोधपुर शहर में एक बालिका विद्यालय की लड़कियों का भविष्य संवारने में लगा हुआ है। यह टीम न केवल स्कूल को सुधार रहा है बल्कि यहां की छात्राओं को गणित और अंग्रेजी पढ़ने के सरल और आसान तरीके भी सीखा रहा है। इन सात विदेशियों के यहां पढ़ाने से स्कूल में विद्यार्थियों का नामांकन भी बढ़ गया है।
जोधपुर के इस स्कूल में हो रहा है यह काम
आपकों बतादें कि शहर के तूरजी के झालरे के पास स्थित सुमेर कन्या पाठशाला कक्षा 8 तक संचालित की जा रही है। यहां इटली से 7 युवा आए हुए है जिनमें 4 लड़किया है और तीन लड़के है। एक एनजीओं के माध्यम से इस स्कूल से जुड़े ये युवा दो सप्ताह से यहां रहकर स्कूल के कमरों में रंग रोगन कर रहे है साथ ही यह समूह इन छात्राओं को अंग्रेजी और गणित को भी पढ़ने के आसान तरीके बता रहे है। एक सामाजिक कार्यक्रम के तहत सात छात्रों का उनका समुह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश की यात्रा पर आया हुआ है। इन युवाओं का कहना है कि वे बच्चों का उत्साह देख वे रोमांचित हैं। ग्रुप के सदस्यों का कहना है कि वे इस स्कूल के कुछ हिस्से को गोद लेकर उसे संवारने में जुटे हैं और भविष्य में भी इसे संभालने के लिए आते रहेंगे।