राजस्थान की मुखिया वसुंधरा राजे प्रदेश को ऊचाईयों पर देखना चाहती है इसी दृष्टीकोण से पहले प्रदेश में रिसर्जेंट राजस्थान फिर राजस्थान ग्लोबल एग्रीटेक मीट का सफल आयोजन किया। प्रदेश में शिक्षा स्तर में सकारात्मक सुधार और नवाचारों के उद्देश्य से मुख्यमंत्री राजे अब फेस्टिवल ऑफ राजस्थान का आयोजन करने जा रही है। मुख्यमंत्री राजे ने इसकी घोषणा 2016 में आयोजित हुए ग्राम में की थी। राजे जयपुर फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन की तैयारियों के विषय में गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।
एजुकेशन फेस्टिवल आयोजित करने वाला राजस्थान पहला राज्य
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि ’जयपुर फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन राजस्थान’ प्रदेश में शिक्षा के विकास की नई इबारत लिखेगा। उन्होंने कहा कि अगस्त 2017 में होने वाले इस दो-दिवसीय फेस्टिवल का लक्ष्य राज्य के शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा शिक्षण संस्थाओं को विश्व में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों और नई टेक्नोलॉजी से रूबरू करवाना है, ताकि वे इनको अपनायें और राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करें। यह भारत में इस प्रकार का पहला आयोजन है। यह फेस्टिवल राजस्थान सरकार और दुबई स्थित जेम्स एजुकेशन फाउण्डेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जायेगा।
सभी मिलकर एक नए युग के संवाहक बने: मुख्यमंत्री राजे
मुख्यमंत्री राजे ने बताया कि इस फेस्टिवल के दौरान ’विज्ञान विषय बच्चों के लिए आकर्षक कैसे हो सकता है? टेक्नोलॉजी की बारिकीयों को कैसे समझा जा सकता है? कृषि विज्ञान में नया क्या हो सकता है? कैसे बेहतर जल प्रबन्धन हो सकता है?’ जैसे सवालों पर विचार-विमर्श होगा। शिक्षण-प्रशिक्षण की नई विधाओं पर चर्चा होगी। इससे शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मकता और उत्साह का संचार होगा। उन्होंने कहा कि इसके तहत नई पीढ़ी के लिए कैरिअर, रोजगार और जीवन कौशल के कई अवसर तलाशे जा सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभर से विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा अन्य अधिकारी, स्कूल और कॉलेजों के प्रिंसिपल एवं शिक्षक तथा विद्यार्थी इस फेस्टिवल में भाग लेकर शिक्षा के क्षेत्र में नये युग के संवाहक बनेंगे। उन्होंने कहा कि आज के दौर में शिक्षण-प्रशिक्षण के तौर-तरीकों और नजरिये में बदलाव बहुत आवश्यक है।