प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के छात्र पिछले दो साल से छात्रसंघ चुनावों पर लगी रोक को हटाने के लिए लगातार चुनाव कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने रींगस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि छात्रसंघ चुनाव अभी हमारी प्राथमिकता नहीं है।

छात्रसंघ चुनावों को लेकर लगातार छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि सरकार ने छात्रसंघ चुनाव कराने का वादा किया था लेकिन अब वह चुनाव कराने के पक्ष में नहीं है। कुछ विश्वविद्यालयों के कुलपति भी छात्रसंघ चुनाव कराने के पक्ष में हैं।

इधर, मीडिया से बातचीत करते हुए छात्रसंघ को लेकर पूछे गए सवाल को टालते हुए उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने सिर्फ इतना कहा कि फिलहाल यह सरकार की प्राथमिकता नहीं है। प्रदेश के छात्र ही नहीं बल्कि कई बड़े नेता भी चुनाव कराने के पक्ष में अपनी राय रख चुके हैं।