राजस्थान में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। टोंक का टोरडी सागर बांध भी ओवरफ्लो हुआ। सुबह बांध के बहाव क्षेत्र से निकल रही रोडवेज बस बह गई। बस में कोई यात्री नहीं था, लेकिन चालक लापता है।
ब्यावर जिले के मसूदा विधानसभा क्षेत्र में सालों पुरानी हवेली ढह गई। अजमेर संभाग में पिछले पांच दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण अजमेर और आसपास के जिलों की कई कॉलोनियों में जलभराव हो गया है, वहीं कई इलाकों में पुरानी इमारतें ढह गई हैं।
इसी तरह मसूदा विधानसभा क्षेत्र के गांव किराप में भी बारिश के कारण पुरानी हवेली ढह गई। हवेली में दरारें आने के बाद उसमें रहने वाले लोग हवेली छोड़कर चले गए थे, लेकिन भारी बारिश के कारण हवेली ढह गई। मौसम विभाग ने पहले ही अजमेर और आसपास के जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
इस बीच मौसम केंद्र ने चार जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट और आठ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश की आशंका के चलते आज 7 जिलों में स्कूल बंद हैं। मारवाड़ क्षेत्र में भारी बारिश के कारण 6 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। जबकि इतनी ही ट्रेनों के रूट भी डायवर्ट किए गए हैं।
पिछले 36 घंटों में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के कारण 11 लोगों की मौत हो गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजस्थान में बने कम दबाव के सिस्टम का असर आज से खत्म हो जाएगा। यह सिस्टम आगे बढ़कर पाकिस्तान की तरफ बढ़ जाएगा।