नितिन गडकरी ने जयपुरवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्रवाद हमारी आत्मा है, राष्ट्र सर्वोपरि है, यही पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है। समृद्धि के लिए सुशासन और विकास जरूरी है। भाजपा का मिशन सुशासन और विकास है, यही अंत्योदय का लक्ष्य है।
हम निरंतर गरीबों को भगवान नारायण मानकर उनकी सेवा कर रहे हैं, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सामाजिक-आर्थिक सोच ही हमारा उद्देश्य है। सत्ता में रहते हुए सेवा मानकर सुशासन कर रहे हैं। आप विपक्ष में हैं तो सेवा कार्य करते रहें। मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हमारा भारत विश्व गुरु बने। हमारी नीतियां इस पर काम कर रही हैं कि गरीब किसानों का कल्याण करके हम विकास की ओर कैसे आगे बढ़ सकते हैं। भारत में हमारी सरकार ने पांच करोड़ परिवारों को पक्के मकान दिये हैं, जिनमें से राजस्थान में 20 लाख परिवारों को मकान दिये गये हैं। भारत में 12 करोड़ से अधिक शौचालय बनाये जा चुके हैं। वहीं, राजस्थान में 83 लाख शौचालय बनाए गए हैं।
जल जीवन मिशन के तहत सात करोड़ से ज्यादा परिवारों को पानी का कनेक्शन दिया गया। राजस्थान में 40 लाख से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि दी गई। नितिन गडकरी ने कहा कि बैराज के पानी को लेकर कई बैठकें हुईं और राजस्थान को 570 एमसीएम पानी देने की योजना बनाई गई।
नदियों की योजना तो बनी, लेकिन क्रियान्वित नहीं हो सकी। नितिन गडकरी ने कहा कि राजस्थान में 41,000 करोड़ रुपये के तीन ग्रीन फील्ड हाईवे बनाए जा रहे हैं। एक्सप्रेस हाईवे बनने से राजस्थान से दिल्ली की दूरी 130 किलोमीटर कम हो जाएगी। बांदीकुई से सीधे जयपुर आएंगे, 1500 करोड़ रुपए का जयपुर एक्सप्रेस-वे का काम शुरू हो चुका है। नितिन गडकरी ने कहा कि जयपुर से दिल्ली तक इलेक्ट्रिक हाईवे बनाया जा रहा है।
जयपुर से दिल्ली की दूरी दो घंटे में तय की जा सकेगी। किराया डीजल बस से कम होगा। आने वाले समय में इलेक्ट्रिक ट्रक भी चल सकेंगे। राजस्थान की खासियत यह है कि यहां पर्यटन खूब है। जयपुर में देश में सबसे ज्यादा थ्री, फाइव स्टार होटल हैं। पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें रोजगार की संभावनाएं हैं, सड़कों और राजमार्गों के निर्माण से रोजगार तीन गुना बढ़ जाएगा। राजस्थान की तस्वीर बदल रही है, एक बार फिर हमारी सरकार आएगी और डबल इंजन सरकार विकास की गति को और बढ़ाएगी।
टोल टैक्स को लेकर नितिन गडकरी ने कहा कि टोल कभी खत्म नहीं होंगे, दुर्भाग्य से इसे जन्म देने वाला मैं ही हूं। ये मजबूरी से आया है। सरकार के पास संसाधन कम हैं। यदि आप अच्छी सुविधाएं पाना चाहते हैं तो आपको भुगतान करना होगा। अब 65 किलोमीटर के क्षेत्र में कोई टोल नहीं लगेगा। लोगों की तकलीफें कम होंगी। अगर हेलीपैड और अन्य सुविधाएं दुरुस्त रहेंगी तो इस पर भी काफी पैसा खर्च होगा।
अगर आप दुनिया के किसी भी देश में जाएं तो आपको हाईवे पर टोल चुकाना होगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि तमाम कोशिशों के बावजूद हमें सड़क सुरक्षा को लेकर सफलता नहीं मिल पाई है। हर साल होती हैं डेढ़ लाख मौतें, दुर्घटना करने वालों में लगभग 60% लोग 18 से 25 वर्ष की आयु के होते हैं। कानून के प्रति आदर और सम्मान दोनों ही नहीं है ऐसी हालत हमारे यहां पर है। ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में सुधार किया, लेकिन लोगों की आदतों में सुधार करना होगा।