दादा-दादी और उनके 10 साल के पोते को ट्रक ने कुचल दिया। तीनों दिवाली की खरीदारी कर लौट रहे थे। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर पहुंचे लोगों की चीख निकल गई। तीनों के शव क्षत-विक्षत अवस्था में सड़क पर पड़े थे। हादसा रविवार शाम 4 बजे कोटा के चेचट थाने से कुछ दूरी पर हुआ.
चेचट थानाप्रभारी बन्नालाल चौधरी ने बताया कि जहां हादसा हुआ, वहां थाने के पास स्पीड ब्रेकर है। ग्रामीणों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे। जहां तीनों के शव क्षत-विक्षत अवस्था में पड़े हुए थे।
थाना प्रभारी बन्नालाल चौधरी ने बताया कि मृतक की जेब से आधार कार्ड मिला है। जिससे मृतकों की पहचान चंद्र प्रकाश निवासी भोलू, उनकी पत्नी धापू बाई और पोते नकुल के रूप में हुई है। हादसे के बाद तीनों के शवों को एम्बुलेंस की मदद से मोड़क सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया गया। साथ ही मृतकों के परिजनों को मामले की जानकारी दे दी गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि फरार ट्रक चालक की तलाश की जा रही है। इसे लेकर आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि दादा-दादी और पोता चेचट से खरीदारी कर बाइक से वापस अपने गांव भोलू जा रहे थे। इसी दौरान चेचट थाने के सामने तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी और तीनों को कुचल दिया। जिससे तीनों की मौत हो गई। हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने घटना की जानकारी थाने में दी।
राजेंद्र किराड़ चंद्रप्रकाश और उनकी पत्नी धापू बाई के इकलौते बेटे हैं। वह किसान हैं और गांव में ही खेती करते हैं। राजेंद्र किराड़ और उनकी पत्नी मंजू की तीन बेटियां हैं। वहीं, नकुल चंद्रप्रकाश का इकलौता पोता था।