राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा शुरू हो गई है। यात्रा की शुरुआत सवाई माधोपुर से की जा रही है। जिसे लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सवाई माधोपुर में मौजूद रहे। भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा का शुभारंभ त्रिनेत्र गणेश जी के मंदिर से हुआ। बीजेपी चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ मौजूद रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने वहां आयोजित सभा को संबोधित किया। उन्होने कहा की त्रिनेत्र गणेश जी से प्रार्थना करती हूं कि राजस्थान की जनता पर उनकी भरपूर कृपा रहे। बीजेपी ने देश को मोदी जैसा लोकप्रिय और विश्व स्तरीय नेता दिया। 2008 में गहलोत सरकार से राजस्थान विकास की दर में पीछे हो गया। हम जब वापस सरकार में आए तो राजस्थान में हर क्षेत्र में विकास हुआ।
25 अगस्त 2005 में MP से नदियों के बटवारे का काम किया। हमने ईआरसीपी के लिए काम किया। वापस गहलोत सरकार के कारण काम रुक गया। वसुंधरा ने कहा कि ईआरसीपी के लिए योजना को हमने स्वीकृत करवाया। ईसरदा बांध लापरवाही के कारण अभी तक पूरा नही हुआ।
ईआरसीपी को जानबूझकर विवादित बनाने का प्रयास भी किया गया है। उन्होंने कहा कि गहलोत साहब तब भी सो रहे थे अब भी सो रहे है। पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राजस्थान के हिस्से का एक बूँद भी पानी कम नहीं होने देंगे। चाहे उन्हें कितना ही खून-पसीना बहाना पड़े। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को जनता के हितों की नहीं ख़ुद के हितों की चिंता है।
राजे ने कहा कि ईआरसीपी को जमीन पर लाने के लिये उनकी भाजपा सरकार ने 25 अगस्त, 2005 को मध्यप्रदेश के साथ नदियो के पानी के बँटवारे को लेकर समझौता किया था। लेकिन दुर्भाग्य से गहलोत सरकार आगई और ईआरसीपी ठंडे बस्ते में डाल दी गई। जब हमारी दुबारा सरकार आई तो हमने डीपीआर बना कर इसका काम आगे बढ़ाया।
वर्ष 2017-18 व 2018-19 में बजट घोषणा कर नवनेरा बैराज व ईसरदा बांध का काम शुरू किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी को पूरा करने के लिये साढ़े 4 साल में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया। इसलिये 13 जिलों की जनता प्यासी रह गई। जबकि मध्यप्रदेश ने तो समझाते के अनुसार मोहनपुरा और कुंडालिया बांध बना लिये। जिनसे उस क्षेत्र को 2.25 लाख हैक्टेयर सिंचाई और पेयजल मिलेगा। तीसरे बांध पाटनपुर का काम भी निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के हितों पर कठुराघात नहीं होने देंगे। कमल खिलायेंगे। भाजपा को लायेंगे। हम सब को मिलकर कमल को खिलाना होगा। वसुंधरा ने ‘जय जय राजस्थान’ का नारा लगाकर अपना संबोधन समाप्त किया।