राजस्थान के वन्यजीव प्रेमियों का लंबा इंतजार खत्म हुआ। राजस्थान में धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी।
अब जल्द ही धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट के तहत 50 गांवों का विस्थापन किया जाएगा। इसके तहत विस्थापन के दायरे में आने वाले लोगों को जमीन के साथ-साथ नकद राशि भी दी जाएगी। इसके साथ ही कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व को एनटीसीए की सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल गई है।
दरअसल, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने धौलपुर-सरमथुरा-करौली टाइगर रिजर्व को मंजूरी दे दी। धौलपुर-सरमथुरा-करौली टाइगर रिजर्व राजस्थान में पांचवां और भरतपुर संभाग में दूसरा होगा। इसमें धौलपुर जिले के सरमथुरा उपखंड के करीब 50 गांव विस्थापन के दायरे में आएंगे।
वन विभाग के अधिकारी बोले- गांवों के विस्थापन के लिए जल्द शुरू होगा सर्वे इसमें विस्थापन के दायरे में आने वाले गांवों को चिह्नित कर सूची बनाई जा रही है। इसके बाद पहली प्राथमिकता ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें विस्थापन और मुआवजा राशि के बारे में जानकारी देकर सहमति पत्र लेना होगा। उसके बाद ही टाइगर रिजर्व का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।