भरतपुर में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में सरकार की साख को बट्टा लगा हुआ है योजना के नियम कायदे कानून ताक पर रखे हुए है आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के लिए कमाई का जरिया बन गया है।

इस योजना के नाम पर आंगनवाडी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं से धन ऐंढने में मशगूल है। ऐसा ही नजारा ठण्डी सड़क भरतपुर स्थित आगनवाडी केन्द्र पर सरेआम देखने को मिल रहा है। जहां निशुल्क भरे जाने वाले फार्म को भरने के एवज में आंगनवाडी कार्यकर्ता राधारानी सीना तान कर सौ रुपए जबरन वसूल रही है।

सरकार के नुमाइंदे उच्चाधिकारी गर्भवती महिलाओं के निशुल्क फार्म भरने का ढिढोरा पीट रही है वही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राधारानी को सौ रुपए देने पड रहे है।

दास्तान यह है कि गर्भवती महिलाओं को तीन किस्तो में इस योजना के तहत पांच हजार रुपए मिलते है और इसके लिए एक फार्म भरना होता है। इस फार्म को भरने के एवज में सरकार आंगनवाडी कार्यकर्ता को ढाई सौ रूपए अदा करती है और सरकार की ओर से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को एक मोबाइल दिया गया है और इनको विभाग की ओर से पासवर्ड आई डी दे रखी है।

फिर भी ठण्डी सड़क आंगनवाडी केन्द्र की कार्यकर्ता राधारानी गर्भवती महिला से फार्म भरने के लिए अनुचित रूप से सौ रुपए वसूल रही है वह सौ रुपए यह कह कर ले रही है कि उनका फार्म ई मित्र से भरवाया जाएगा। इस संबंध में आंगनवाडी कार्यकर्ता राधारानी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सौ रुपए की डिमाण्ड स्पष्ट रूप से की गई है ऐसा लगता है कि फार्म भरने के नाम पर सरेआम धन वसूली के मसले में संबंधित अधिकारी भी शामिल है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राधारानी चतुराई से धन की उगाई कर रही है वह कहती है कि कुम्हेर गेट पर मोहिनी ई मित्र की दुकान से फार्म भरवाया जाएगा उसे सौ रुपए देने पड़ते है। ई मित्र संचालक की पत्नी बाल विकास विभाग में ही कार्यरत है और संचालक की सास भी इसी विभाग में कार्यरत रही है। ऐसा लगता है कि इस विभाग में खाओं और कमाओं के लिए एक बडा गैंग पनप रहा है। मिल बाट धन कमा कर सरकार को चूना लगाने वाले गैंग की बारिकी से जांच की जाए तो बहुत बडे मामलो का खुलाशा हो सकता है।

हालांकि महिला बाल विकास उपनिदेशक अर्चना पिप्पल का कहना है कि आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा फार्म भरने के नाम पर सौ रूपए वसूलना गलत है अगर कोई भी कार्यकर्ता ऐसा कृत्य करती है तो उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। फार्म भरने के नाम पर सौ रुपए नहीं लेने चाहिए।

संवाददाता- आशीष वर्मा