जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के जयपुर हेरीटेज से कांग्रेस की मेयर मुनेश गुर्जर के घर भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने छापा मारा है। एसीबी की टीम ने मेयर के पति सुशील गुर्जर को दो लाख रुपये की रिश्वत के साथ पकड़ा है। यह कार्रवाई एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी के निर्देश पर की गई है। एसीबी ने मेयर के पति के दो दलालों नारायण और अनिल को भी गिरफ्तार किया है। तलाशी अभियान में सुशील के घर के 40 लाख रुपए मिलने की बात भी सामने आई है। इन रुपयों को गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी। मेयर के घर कई फाइलें मिली हैं। जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है।
पट्टा जारी करने के एवज में मांगी थी रिश्वत
भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया, एसीबी को परिवादी ने शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि उसने निगम में पट्टे के लिए आवेदन किया था। पट्टा जारी करने के एवज में हैरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और उनके दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे दो लाख रुपए की रिश्वत मांगकर परेशान कर रहे थे। इसके बाद कारवाई की गई। दलाल नारायण के घर की तलाशी में एसीबी ने 8.95 लाख रुपए बरामद किए।
एसीबी ने बिछाया जाल
एसीबी ने सत्यापन के बाद कार्रवाई के लिए जाल बिछाया। परिवादी मेयर के घर पैसे लेकर पहुंचा तो मेयर ने आधा किमी दूर अपने दलाल नेहरू नगर हटवाडा रोड निवासी नारायण सिंह को घर पर बुला लिया। नारायण सिंह घर पहुंचा तो पीड़ित ने उसे दो लाख रुपए दे दिए। पैसे लेकर उसने स्कूटी की डिग्गी में रखा और घर के लिए रवाना हो गया। घर पर स्कूटी रखने के बाद एसीबी टीम ने दो लाख रुपए उसके पास से बरामद किया और उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया।
दलाल के घर से मिले 8 लाख कैश
रणवीर सिंह ने बताया कि पट्टा जारी करने की एवज में घूस मांगी गई थी। एसीबी की छापेमारी में शिकायतकर्ता के पट्टे की फाइल भी आरोपी मेयर के पति सुशील गुर्जर के निवास पर बरामद की गई है। यही नहीं कार्रवाई के दौरान मैहर के आवास पर 40 लाख रुपए से ज्यादा नगदी भी बरामद हुई है। साथ ही आरोपी दलाल नारायण सिंह के आवास पर भी 8 लाख रुपए बरामद हुए है। पूरी कार्रवाई के बाद आरोपी मेयर पति और दोनों दलालो को गिरफ्तार कर एसीबी ने पूछताछ शुरू कर दी है।
मेयर की भूमिका की होगी जांच
इस रिश्वत के मामले में मेयर के पति को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन इस मामले में मेयर की कितनी भूमिका है। इसकी अभी जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि पूरी जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, इस मामले पर मेयर की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू
एसीबी की इस कार्रवाई पर राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ राजस्थान की कांग्रेस सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। एसीबी की ओर से बिना किसी सबूत के कार्रवाई नहीं की जाती। हमारी सरकार किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगी और ईमानदार पर कार्रवाई नहीं होने देगी।
बीजेपी ने किया पलटवार, कहा— कांग्रेस के रग रग में बसा है भ्रष्टाचार
वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस के रग-रग में, ऊपर से लेकर नीचे तक हर विभाग में,चारों ओर सिर्फ भ्रष्टाचार ही है। इस भ्रष्ट तंत्र के तार कहीं न कहीं ऊपर के लोगों तक जुड़ते हैं। सही जांच हो तो सत्यता सामने आ सकती है।