जयपुर। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी की नई नेशनल टीम का ऐलान कर दिया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार (29 जुलाई) को अपनी नई टीम की घोषणा कर दी है। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की लोकप्रियता पर केंद्रीय आलाकमान ने मुहर लगाते हुए एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। राष्ट्रीय स्तर पर घोषित लिस्ट में कुछ नामों में बदलाव जरूर है, लेकिन राजस्थान के तीनों पदाधिकारियों को बरकरार रखा गया है। इससे पहले जो जेपी नड्डा की टीम में जो नेता शामिल थे, उनमें वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थी, उन्हें नई लिस्ट में भी भाजपा उपाध्यक्ष के तौर पर बरकरार रखा गया है।

भाजपा ने नए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और महामंत्रियों का किया ऐलान
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई टीम में 13 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आठ राष्ट्रीय महामंत्री, एक राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन), एक राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री, एक कोषाध्यक्ष, एक सह-कोषाध्यक्ष और 13 राष्ट्रीय सचिव के नामों का एलान किया गया है। राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सूची में राजस्थान के तीन नेताओं का नाम शामिल है। इसमें राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम शामिल है।

वसुंधरा राजे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर बरकरार
बीजेपी के केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची में राजस्थान के तीन नेताओं ने जगह बनाई है। वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर बरकरार रखा गया है। इसी तरह से सुनील बंसल जो पहले भी राष्ट्रीय महामंत्री थे, उन्हें भी राष्ट्रीय महामंत्री पद पर बरकरार रखा गया है तो वहीं अलका गुर्जर को राष्ट्रीय सचिव के तौर पर अपने पद पर बरकरार रखा गया है।

 

प्रदेश में राजे जैसी कुशल रणनीतिकार, जुझारू और कद्दावर नेता नहीं
विशेष कर पूर्व सीएम की सभाओं में महिलाएं स्वतः ही खींची चली आती है। प्रदेश भाजपा में वसुंधरा राजे के कद के मुक़ाबले कोई बड़ा नेता नही है, जो वर्तमान परिस्थितियों में अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार का मुक़ाबला कर सकें। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि भाजपा में राजे की स्थिति कमजोर रहती है तों पार्टी को काफी नुकसान होगा।

राजे ही बीजेपी की चुनावी वैतरणी को लगा सकती है पार
गहलोत सरकार वर्तमान में अपने महंगाई राहत शिविरों और लोकप्रिय योजनाओं से वोटरों को साध रहें है फिर साढ़े चार वर्षों के बाद भी प्रदेश में गहलोत सरकार के विरोध में कोई सत्ता विरोधी लहर नही दिखाई दे रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष युवा है और उनकी छवि भी अच्छी है। इसलिए यदि उन्हें चुनाव संचालन समिति की अध्यक्ष के रूप में वसुंधरा राजे जैसी कुशल रणनीति कार और जुझारू तथा क़द्दावर नेता का साथ मिल जायें तों भाजपा की चुनावी वैतरणी को पार करने की संभावनाओं को बल मिल सकता है।

जेपी नड्डा की टीम की घोषणा
ये बनी नई टीम
13 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष-
1 रमन सिंह,
2 वसुंधरा राजे,
3 रघुवर दास,
4 सौदान सिंह,
5 बैजयंत पांडा,
6 सरोज पांडे,
7 रेखा वर्मा,
8 डीके अरूणा,
9 एम चोबा एओ,
10 अब्दुल्ला कुट्टी,
11 लक्ष्मीकांत बाजपाई,
12 लता उसेंडी,
13 तारीक मंसूर

8 राष्ट्रीय महामंत्री –
1 अरुण सिंह,
2 कैलाश विजयवर्गीय,
3 दुष्यंत कुमार गौतम,
4 तरूण चुग,
5 विनोद तावड़े,
6 सुनील बंसल,
7 संजय बंदी,
8 राधा मोहन अग्रवाल

राष्ट्रीय संगठन महामंत्री –
1 बीएल संतोष

राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री-
1 विजय प्रकाश

13 राष्ट्रीय सचिव –
1 विजया राहटकर,
2 सत्या कुमार,
3 अरविंद मेनन,
4 पंकजा मुंडे,
5 नरेंद्र सिंह रैना,
6 डॉ अलका गुर्जर,
7 अनुपम हाजरा,
8 ओम प्रकाश धुर्वे,
9 ऋतुराज सिन्हा,
10 आशा लाकड़ा,
11 कामाख्या प्रसाद,
12 सुरेंद्र सिंह नागर,
13 अनिल एंटोनी

कोषाध्यक्ष –
1 राजेश अग्रवाल,

सह कोषाध्यक्ष –
1 नरेश बंसल

कांग्रेस नेता एंटनी के बेटे को भी बड़ी जिम्मेदारी
केरल के पूर्व सीएम और यूपीए सरकार में रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को भी बीजेपी की नई नेशनल टीम में शामिल किया गया है। अनिल को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है। मालूम हो कि अनिल एंटनी ने कुछ महीने पहले भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाईन किया था।

बीजेपी की नई टीम से इन नेताओं की छुट्टी
बीजेपी की नई नेशनल टीम से सीटी रवि और दिलीप सैकिया को महामंत्री पद से हटा दिया गया है। मध्य प्रदेश के सांसद और पूर्व सह कोषाध्यक्ष को हटाया गया। उनकी जगह नरेश बंसल को सह कोषाध्यक्ष बनाया गया है। आंध्र प्रदेश के प्रभारी सुनील देवधर को भी राष्ट्रीय टीम से हटाया गया है।