जयपुर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सोमवार को उदयपुर पहुंचीं। राजे का यहां दो दिन का दौरा है। उदयपुर पहुंचकर उन्होंने शहर के नगर विकास प्रन्यास के पास स्थिति प्रसिद्ध नीलकंठ महादेव मंदिर में पूजा की। उसके बाद वे लसाड़िया पहुंची। दरअसल, वे यहां लसाड़िया में धरियावद के पूर्व विधायक दिवंगत गौतमलाल मीणा की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची थी। उन्होंने मंच से जनसभा को संबोधित भी किया। इस दौरान वसुंधरा राजे ने कांग्रेस सरकार पर कई हमले किए। बड़ी बात यह रही कि प्रतिमा के अनावरण के बाद जनसभा हुई, जिसमें हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। राजे ने कहा कि अब वक्त आ गया है। 2003 और 2013 को दोहराने का काम करना है। दिवंगत गौतमलाल मीणा के बेटे कन्हैया जैसे नौजवानों के हाथ मजबूत करने हैं।
पूर्व विधायक दिवंगत गोतमलाल की प्रतिमा का अनावरण
उदयपुर जिले के लसाडिया में कार्यक्रम हुआ जहां धरियावद के पूर्व विधायक दिवंगत गोतमलाल मीणा की प्रतिमा का अनावरण था। कार्यक्रम में इस दौरान पूर्व प्रदेश मन्त्री कन्हैयालाल मीणा, दिवंगत विधायक की पत्नी हीरादेवी मीणा, पुत्रवधु एवं प्रधान लीला देवी मीणा आदि उपस्थित थे। राजे का लसाड़िया पहुंचने पर दिवंगत गौतम मीणा के बेटे कन्हैयालाल मीणा और पार्टी के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी नहीं पहुंच पाए थे, ऐसे में उन्होंने वर्चुअली संबोधित किया।
गौतम और मेरा भाई-बहन का रिश्ता था: राजे
दिवंगत विधायक मीणा के मूर्ति अनावरण करते दौरान राजे की आंखें नम हो गई। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने कभी भी गौतमलाल को उदास या किसी पर नाराज होते नहीं देखा। वे हमेशा मुस्कुराते रहते थे। गौतम और मेरा भाई-बहन का रिश्ता था। इस दौरान राजे ने दिवंगत विधायक की पत्नी हीरा देवी मीणा को मंच पर अपने पास बैठाया।
घर बैठे गंगा नहीं आएगी, लड़ाई लड़नी होगी
राजे ने कहा कि अब पर हाथ पर हाथ धर कर बैठे रहने से काम नहीं चलेगा। कांग्रेस को परास्त करने के लिए हमें मोदी जी की उपलब्धियां, हमारी पिछली भाजपा सरकार के काम, कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम और हमारी एकजुटता जो हमारे असली हथियार हैं, उनके माध्यम से लड़ाई लड़नी होगी। तब ही हमें विजय मिलेगी, घर बैठे गंगा नहीं आएगी। कई बार खरगोश सोया रह जाता है और कछुआ आगे निकल जाता है, इसलिए सब कार्यकर्ता भागीरथ बन कर दुष्टों की इस सरकार को भगाने में जुट जाओ।
बिजली तो नहीं लेकिन बिलों में आ रहा करंट
अनावरण कार्यक्रम के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार को आडे़ हाथों लिया। बिजली के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि में उन्होंने कहा कि बिजली तो किसानों को मिली नहीं और सरकार 100 यूनिट माफ की बात कर रही है। आम जनता के यहां बिजली तो नहीं आ रही पर बिलों में करंट जरूर आ रहा है। वसुंधरा राजे ने आगे कहा कि जब जहाज डूबने लग जाता है तो अपने आप को बचाने के लिए सब जहाज से कूद कर भागते हैं। यही हाल कांग्रेस सरकार का है। सरकार को डूबने से कोई नहीं बचा सकेगा।
कई बार ख़रगोश सोया रह जाता है और कछुआ आगे निकल जाता है, इसलिए सब कार्यकर्ता भागीरथ बन कर दुष्टों की इस सरकार को भगाने में जुट जाओ।
पूरे देश में सबसे अधिक अगर कहीं भ्रष्टाचार है, तो वह राजस्थान में है। महिला अत्याचार, दलित उत्पीड़न, दुष्कर्म, गैंगवार, गैंगरेप, लूट व हत्या जैसी… pic.twitter.com/DGfoq0HH2O— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 24, 2023
प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर
पूर्व सीएम वसुंधरा ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार ने लसाडिया और धरियावद में किसी भी एक सरकारी कॉलेज का नाम दिवंगत विधायक गोतामलाल के नाम नहीं किया। बीजेपी की सरकार बनने पर गौतमलाल मीणा के नाम पर कॉलेज का नाम जरूर रखा जाएगा। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कहा कि देश में अगर सबसे ज्यादा किसी प्रदेश में भ्रष्टाचार हो रहा है तो वह राजस्थान में हो रहा है। उन्होंने कई मुद्दों पर गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया।
निकली कलश यात्रा
इससे पहले लसाड़िया नया मार्केट से 5100 महिलाओं की कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में आगे बैंड बीच में 5100 महिलाएं सिर पर कलश लिए, अंत में बग्गी में सवार धोलागढ़ मठ के पीठाधीश्वर प्रकाश नाथ महाराज, लक्ष्मण गिरि महाराज समेल सभा स्थल तक पहुंचे।
ये रहे मौजूद थे
कार्यक्रम में धोलागढ़ मठ के पीठाधीश्वर योगी प्रकाश नाथ महाराज, उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा, पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, विधायक गोपीचंद मीणा, अर्जुन लाल जीनगर, ललित ओस्तवाल, हरेंद्र निनामा और पूर्व प्रदेश मंत्री कन्हैयालाल मीणा मौजूद रहे। पूर्व विधानसभाध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया, प्रमोद सामर, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, पूर्व देहात जिलाध्यक्ष भंवर सिंह पंवार, लसाड़िया प्रधान लीला देवी मीणा, फतह सिंह झाला और लसाड़िया मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह झाला मौजूद रहे।