शिक्षा विभाग ने 6 हजार रुपए मासिक मानदेय पर अस्थायी रूप से एक साल के लिए ग्राम पंचायत सहायक लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। सबसे अधिक 1632 ग्राम पंचायत सहायक उदयपुर में लगाए जाएंगे। जबकि सबसे कम 420 पंचायत सहायक जैसलमेर में लगेंगे। जयपुर जिले में 532 स्कूलों के संस्था प्रधानों को पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) बनाया गया है। इनके जरिए जिले में 1064 ग्राम पंचायत सहायक लगेंगे।
16 फरवरी तक करें आवेदन
पंचायत सहायक के लिए पीईईओ के पास 16 फरवरी तक आवेदन किया जा सकता है और 17 फरवरी को विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समितियों के जरिए इनका चयन किया जाएगा। पंचायतीराज एक्ट के नियमों में संशोधन कर पिछले दिनों प्रदेश में 9894 सीनियर सेकंडरी स्कूलों के प्रिंसिपल को ग्राम पंचायत का पदेन पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी नामित किया था। इनके जरिए 27208 ग्राम पंचायत सहायक लगाए जाने की योजना है।
एक आवेदक एक ही ग्राम पंचायत में कर सकता हैं आवेदन
शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक को निर्धारित प्रपत्र में अपना आवेदन पत्र स्वप्रमाणित दस्तावेज के साथ विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति (एसडीएमसी) के अध्यक्ष या उसके द्वारा नामित सदस्य सचिव को 16 फरवरी तक सुबह 9:30 से शाम 3:40 बजे तक व्यक्तिश उपस्थित होकर प्रस्तुत करना होगा। एक आवेदक एक ही ग्राम पंचायत में आवेदन करेगा। एक से अधिक ग्राम पंचायतों में आवेदन करना पाया जाने पर सभी आवेदन पत्र रद्द कर दिए जाएंगे। एसडीएमसी में 100 रुपए जमा कराकर उसकी रसीद भी आवेदन का साथ संलग्न करनी होगी।
इससे पहले जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को 9 फरवरी से पहले पंचायत सहायक को मानदेय पर लगाने की सूचना जारी करनी होगी और 10 फरवरी से पहले संबंधित पीईईओ को यह सूचना स्कूल और ग्राम पंचायत कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा करनी होगी। प्रदेशभर के स्कूलों में 17 फरवरी को विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति (एसडीएमसी) की कार्यकारी समिति की बैठक सुबह 10 बजे होगी। आवेदकों को इस दिन 9 बजे मूल दस्तावेज के साथ बैठक में उपस्थित होना अनिवार्य है।
बेरोजगारी की मार झेल रहे विद्यार्थी मित्रों को मिलेगी राहत
कार्यकारी समिति इसी दिन आवेदकों का साक्षात्कार एवं दस्तावेजों का परीक्षण कर चयन की प्रकिया को पूरा करेगी। चयनित आवेदकों के नाम बीईईओ, जिला स्तरीय समिति से होते हुए जिला परिषदों के सीईओ के पास अनुमोदन के लिए भेजे जाएंगे। अलग-अलग जिलों में प्रति ग्राम पंचायत अधिकतम 2 से 4 ग्राम पंचायत सहायक लगाए जाएंगे। इससे लंबे समय से बेरोजगारी की मार झेल रहे विद्यार्थी मित्रों को राहत मिलेगी। हालांकि आदेशों में विद्यार्थी मित्रों का कहीं जिक्र नहीं है। लेकिन, आवेदन पत्र के साथ जमा कराए जाने वाले अनुभव प्रमाण पत्र के कारण इनके चयन की अधिक संभावना रहेगी।