‘पद्मावती’ मूवी की शूटिंग का शुक्रवार को जयपुर में जमकर विरोध हुआ। मूवी में रानी पद्मावती को अलाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका बताने और उनसे जुड़े तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने भंसाली को थप्पड़ मार दिया। शूटिंग के दौरान यह हंगामा करणी सेना ने किया। इस विरोध से आहत संजय लीला भंसाली की यूनिट ने शनिवार को पैकअप कर लिया। अब यहां दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर नहीं आएंगे। भंसाली अब मुंबई में ही सेट बनाकर शूटिंग करेंगे।
मूवी पर क्यों है एतराज?
करणी सेना का आरोप है कि फिल्म में रानी पद्मावती की छवि और इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। करणी सेना का कहना है कि मूवी के एक ड्रीम सीन में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच लव सीन फिल्माया जाएगा। यह बर्दाश्त नहीं होगा। ऐसा सीन राजपूतों का अपमान होगा। हालांकि, भंसाली का कहना है कि मूवी में कोई इंटीमेट सीन नहीं होगा। इसी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने एकता कपूर के सीरियल जोधा-अकबर का भी भारी विरोध किया था। करणी सेना का आरोप था कि सीरियल में भी इतिहास को तोड़-मरोड़ कर जोधा को गलत तरीके से पेश किया गया था।
संजय लीला भंसाली का फिल्मी स्टंट हैं मारपीट
निर्देशक संजय लीला भंसाली को कंट्रोवर्सीज पसंद हैं और वे हर बार अपनी फिल्मों को प्रमोट करने के लिए इस तरह के स्टंट करते रहते हैं। जयपुर में हुई घटना भी इसी का नतीजा हैं। हम आपकों बता रहे हैं पांच कारण जिनसे साबित होता हैं कि जयपुर में हुआ हंगामा महज एक स्टंट हैं।
मारपीट हुई लेकिन किसी ने नही किया पुलिस मुकदमा
देश के बहुत बड़े फिल्मकार संजय लीला भंसाली के साथ फिल्म पद्मावती के सेट पर मारपीट हुई लेकिन भंसाली ने किसी पर पुलिस केस नही किया। भंसाली ही नही बल्कि फिल्म के किसी भी क्रुमेंबर ने किसी के खिलाफ कोई मुकदमा नही किया। फिल्म के सेट पर तोड़फोड़ हुई हैं लेकिन किसी ने पुलिस में कोई मुकदमा नही किया ऐसे में यह साफ दर्शाता हैं कि संजय भंसाली का यह केवल फिल्मी स्टंट हैं। अपनी फिल्मों को प्रमोट करना भंसाली अच्छे से जानते हैं यह विवाद भी इसी प्रमोशन को एक हिस्सा भर हैं।
10 दिन की ली थी पुलिस अनुमति, वक्त पर नही की शूटिंग
संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए जयपुर पुलिस से 10 दिन की परमिशन मांगी थी। लेकिन फिल्म को वक्त पर शुरू नही किया गया। भंसाली ने फिल्म का शेड्युल बदला और निर्धारित समय में शूटिंग नही की। शुक्रवार को जयगढ हो रही शूटिंग की पुलिस को कोई सूचना नही थी ऐसे में भंसाली की नैतिक जिम्मेदारी थी की पुलिस को सूचित करें। लेकिन फिल्म प्रमोशन इससे कहीं ज्यादा आवश्यक था।
मुंबई में चार बार हो चुकी थी करणी सेना के अधिकारियों के साथ मीटिंग
फिल्म की पटकथा में रानी पद्मावती के चरित्र के साथ हुई छेड़ाछाड़ को लेकर राजपूत करणी सेना के पदाधिकारियों से निर्देशक संजयलीला भंसाली की मुंबई में चार बार मीटिंग भी हो चुकी थी । लेकिन भंसाली ने इस और कोई ध्यान नही दिया था। करणी सेना ने पद्मावती फिल्म को लेकर कई बार विरोध भी दर्ज करवाया था लेकिन फिल्म को प्रमोट करने के लिए इसे विवाद से जोड़ना भंसाली को अच्छे से आता हैं। इसी का नतीजा था की जयपुर में शूटिंग के दौरान आक्रोशित समाज के लोगों ने हमला किया।
चेताने के बाद भी भंसाली ने नही हटाए विवादित दृश्य, विरोध भुगता
फिल्म की पटकथा को लेकर कई बार राजपूत करणी सेना और शिवसेना ने भंसाली को पत्र लिखकर और बैठकों में विरोध दर्ज करवाया था लेकिन भंसाली ने इस और कोई ध्यान नही दिया था। संजय लीला भंसाली ने फिल्म में विवादित दृश्य हटाने के लिए करणी सेना के पदाधिकारी कई बार निर्देशक को कह चुके हैं लेकिन इसे अनसुना किया जा रहा था। इसी का परिणाम संजय लीला भंसाली को भुगतना पड़ा।
विवादित दृश्य फिल्मा रहे हैं तो खुद को रहना चाहिए सतर्क
संजय लीला भंसाली बॉलीवुड जगत के बहुत बड़े निर्देशकों में से एक हैं। जब आप किसी विवादित फिल्म की शूटिंग कर रह हो तो खुद को सचेत या सतर्क रहना चाहिए । राजस्थान में राजस्थान की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म में आप इतिहास से छेड़छाड़ कर फिल्म बना रहे हो तो आपको सर्तक रहना होता हैं। फिल्म में संजय को कंट्रोवर्सीज चाहिए थी जो उन्हे मिल गई।
भंसाली पहले भी कर चुके हैं इस तरह के काम
संजय लीला भंसाली इस तरह के विवाद पहले भी कर चुके हैं। संजय लीला भंसाली ने पहले भी राम-लीला, बाजीराव-मस्तानी जैसी फिल्मों में भी इतिहास से छेड़छाड़ की थी। फिल्म पद्मावती में भी संजय इसी तरह की कोशिशों में लगे हुए हैं लेकिन राजस्थान में राजपूतों के इतिहास से छेड़छाड़ करना भंसाली को मंहगा पड़ सकता हैं।