भरतपुर में राजकीय जनाना अस्पताल में एक बार फिर कोई एक नवजात बालिका को छोड गया। बच्ची के साथ उसकी मां का लिखा एक नोट मिला है जिसमें उसकी मां ने अपनी बेबसी जाहिर की है।
नवजात बालिका की जानकारी मिलने पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राजाराम भूतोली एवं सदस्यों ने अस्पताल पहुंचकर बच्ची के स्वास्थ्य की जानकारी ली। भरतपुर के राजकीय जनाना अस्पताल में एक बार फिर कोई एक नवजात बालिका को छोड गया। हालांकि पहली बार ऐसा हुआ है कि नवजात बालिका के साथ उसकी मां अपनी वेदना भी छोड गई।
नवजात बालिका के पास एक नोट मिला है। जिसमें नवजात बालिका की मां ने लिखा है कि उसके छ लडकिया हो चुकी हैं। जिसके चलते उसकी सास उसे परेशान करती है। इसलिए यह कदम उठाया है। मेरी बेटी को पाल लो आपका एहसान होगा। मुझे माफ कर दो। नवजात बालिका को इलाज के लिए अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है। बच्ची देखने में स्वस्थ्य लग रही है। फिर भी एहतियातन स्वास्थ्य जांच के लिए बच्ची के टेस्ट कराए गए है।
मामले की जानकारी मिलते ही बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राजाराम भूतोली व सदस्य देवेन्द्र कुमार, चाइल्ड लाइन कोर्डिनेटर प्रेमराज परनामी, मधु शर्मा राजकीय जनाना अस्पताल पंहुचे। जहां उनके द्वारा चिकित्सकों से बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी ली गई। फिलहाल चिकित्सकों ने बच्ची को स्वस्थ बताया है। बताया जा रहा है कि बच्ची को देर रात कोई जनाना अस्पताल परिसर स्थित पुरानी बिल्डिग की बैंच पर छोड गया। डीग निवासी रामवीर ने बच्ची को रोते देखा तो इधर उधर बच्ची के बारे में पूछा। लेकिन जब कोई नहीं मिला तो अस्पताल प्रबंधन को बच्ची के बारे में सूचित किया गया। जिस पर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा बच्ची को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। फिलहाल बच्ची राजकीय जनाना अस्पताल के बच्चौं के एनआईसीयू वार्ड में भर्ती है।
संवाददाता- आशीष वर्मा