जयपुर के किशनपोल क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब ‘हिंदुओ का पलायन जारी’ के पोस्टर मकानों पर लगे मिले। जगह-जगह पोस्टर लगने से पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई। मौके पर पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया। ऐसा एक मकान को बेचने के विवाद के चलते किए जाने की बात सामने आई है। वहीं पुलिस का भी यही कहना है कि यह पूरा विवाद एक मकान के बेचने से जुड़ा हुआ है। कोतवाली थानाधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि पोस्टर किसने लगाए इसकी जांच की जा रही है।
मामले में कोतवाली थानाधिकारी ओमप्रकाश का कहना है कि ओमप्रकाश पारीक ने अपना मकान स्थानीय पार्षद फरीद कुरैशी के रिश्तेदारों को बेच दिया था। मकान की रजिस्ट्री 8 मई को मोहम्मद फारुख और मोहम्मद रईस के नाम से हुई। इसके बाद से ही स्थानीय निवासियों और ओमप्रकाश पारीक के बीच में विवाद चल रहा था। इसके खिलाफ ओमप्रकाश पारीक ने 15 मई को अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला भी दर्ज कराया था। ओमप्रकाश पारीक के सामने रहने वाले रमेश चंद्र ने बताया कि हम लोगों ने भी उनसे कहा था कि हम मकान खरीद लेंगे। उन्होंने जबरन समुदाय विशेष के लोगों को मकान बेच दिया, इसलिए कॉलोनी में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
थाना अधिकारी ने बताया कि मकान बेचने के बाद कुछ अज्ञात लोगों ने ये हरकत की है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासी चाहते थे कि यह मकान उन्हीं को बेचा जाए। लेकिन दाम कम लगाने की वजह से ओमप्रकाश पारीक ने यह मकान अन्य व्यक्तियों को बेच दिया। जिससे कॉलोनीवासियों से विवाद बढ़ गया। पुलिस ने यहां किसी भी तरह पलायन मना किया है।
वहीं अब बीजेपी ने इस मेटर को लेकर सरकार पर तुरोकने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। जो लोग ऐसा करने के लिए हिंदुओं को मजबूर कर रहे हैं। उन पर कड़ी कार्रवाईकी जानी चाहिए।