कोटा, 16 मई। भारतीय किसान संघ के प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत मंगलवार को राजस्थान के किसान राजधानी जयपुर में जुटे। किसानों ने विद्याधर नगर स्टेडियम में अपना डेरा डाला।

मीडिया प्रभारी आशीष मेहता ने बताया कि कोटा से तकरीबन 5 हजार किसानो ने हिस्सा लिया। जिले के शहर, कैथून, देवली, कनवास, सांगोद, सुलतानपुर, दीगोद, इटावा, खातोली, मंडाना, रामगंजमण्डी, चेचट से किसान जयपुर पहुंचे। यहां सभा के बाद सचिवालय घेराव के लिए कूच किया। जिसे पुलिस ने कुछ दूरी पर ही डबल बैरिकेडिंग के द्वारा रोक दिया। इस दौरान किसानों ने वहीं बैठ कर पड़ाव डाल दिया। प्रशासन की समझाइश पर किसान वापस पांडाल में लौटे। जबकि सरकार से वार्ता करने के लिए प्रतिनिधिमंडल सचिवालय गया। जब तक वार्ता चल रही थी, पांडाल में किसान भजन, कीर्तन, लोककला, गीत-संगीत के कार्यक्रम करते रहे। दूसरी ओर भोजन की पंगत भी सज गई।

सभा के दौरान चितौड़ प्रांत के महामंत्री अंबालाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान में 5 प्रकार से बिजली का उत्पादन होता है।इसके बावजूद सबसे महंगी बिजली राजस्थान को मिलती है। उत्पादित बिजली दूसरे राज्यों को बेच दी जाती है। महिला प्रमुख राममूर्ति मीणा ने कहा कि किसान के बेटे को पता है कि भयंकर और भीषण गर्मी में काम कैसे किया जाता है।

उन्होंने कहा कि किसानों की मांगे पूरी नहीं हुई तो किसी भी नेता को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। प्रवक्ता आशीष मेहता ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी किसान को आत्महत्या करनी पड़ रही है। आंदोलन के सहसंयोजक जगदीश कलमंडा ने कहा कि सरकार किसानों को उपज के मूल्य का अधिकार, बिजली का अधिकार, सिंचाई का अधिकार दे।

इस दौरान किसानों ने हाथों में “सरकार से एक ही मांग, फसलों का दे सही दाम दे सरकार…” कर्जमाफी का वादा पूरा करें, आधी अधूरी नहीं पूरी बिजली दे सरकार, हर खेत को पानी दो, हर किसान को बिजली दो, सूखी धरती करे पुकार, सिंचाई का पानी दे सरकार.. सरीखे नारे लिखी तख्तियां ले रखी थीं।

इससे पहले हाड़ौती क्षैत्र क किसान शिवदासपुरा टोल नाके पर रुके और वहां से सामूहिक रुप से रवाना हुए। इस अवसर पर कोटा जिला अध्यक्ष गिरीराज चौधरी, कोषाध्यक्ष रुपनारायण यादव, उपाध्यक्ष मुकुट नागर, जोधराज नागर, काजोडीलाल मीना, बिरधीलाल यादव, सत्यनारायण धाकड़, प्रहलाद धाकड़, महावीर नागर, रमा शर्मा, जितेन्द्र नागर, गिरिजेश गुप्ता, हेमराज नागर, अशोक जांगिड़, रमेश नागर, रामस्वरूप, बद्रीलाल रोण, योगेंद्र मेहता, महावीर सुमन, अश्विनी जैन, राजेंद्र नागर, दाऊशंकर शर्मा नंदबिहारी समेत कईं लोग मौजुद रहे।

नारों से गूंजा आसमान


कार्यकर्ता लगातार भारतीय किसान संघ से संबंधित नारे लगा रहे थे। किसानों ने “कौन बनाता हिंदुस्तान, भारत का मजदूर किसान…”, “नहीं किसी से भीख मांगते, हम अपना अधिकार मांगते..” अभी तो ली अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है…” सरीखे नारों से आसमान गूंजा दिया।