भरतपुर नगर निगम द्वारा शहर के मुख्य बाजारों से अतिक्रमण हटाने की कायर्वाही की गई। जिस तरह से कायर्वाही को अंजाम दिया गया उस पर भरतपुर जिला व्यापार महासंघ रोष प्रकट करता है। व्यापार महासंघ कभी भी अतिक्रमण का पक्षधर नहीं रहा है।

महासंघ समय समय पर व्यापारियों से फुटपाथ पर अतिक्रमण न करने की अपील करता रहा है परन्तु जो प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर व्यापारियों के साथ ज्यादती की जाती है उसका भी विरोध करता रहा है।

जिलाध्यक्ष संजीव गुप्ता ने बताया कि व्यापार महासंघ शुरू से ही प्रशासन से मांग करता रहा है कि चौपहिया वाहनों को एक तय सीमा में ही बाजारों में प्रवेश देना चाहिए जोकि जाम लगने का मुख्य कारण हैए बैटरी रिक्शों पर भी अंकुश लगना चाहिए। ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक लाइन में ही चलने के लिए पाबंद करना चाहिएए बाजार में लग रही ढेलीए ढकेलों के लिए एक अलग जगह निश्चित की जानी चाहिए जिसके लिए मांग भी व्यापार महासंघ करता रहा है। जगह जगह बाजारों में दुकानों के आगे फैरोकवर टूटे पडे हैं जिनमें आये दिन आमजन चोटिल हो रहे हैं इसके साथ ही जगह जगह पाकिर्ंग की व्यवस्था होनी चाहिए।

जाम वाले प्लाइन्टों पर ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था होनी चाहिए। अतिक्रमण हटाने के लिए सामान की छीना झपटी न कर दुकानदार को समझाइस के बाद जुमार्ने की व्यवस्था करनी चाहिए। क्योंकि वक्त के साथ वाहनों की संख्या तो बढ रही है परन्तु बाजारों में नई व्यवस्थाए नहीं बन पा रही हैं जिससे बाजारों में ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है। इन्हीं सब बातों को लेकर जब जिला महामंत्री नरेन्द्र गोयल ने एडीएम सिटी को यही बात समझाने का प्रयास किया तो पुलिस प्रशासन द्वारा बातचीत में व्यवधान पैदा कर बात करने से रोका और महामंत्री के साथ धक्कामुक्की की

संवाददाता- आशीष वर्मा