राजस्थान अधीनस्थ कंप्यूटर कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के समस्त आईटी कार्मिकों ने सामूहिक अवकाश पर रहते हुए हड़ताल के तीसरे दिन बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रातः 10 से दोपहर 1 बजे तक धरना प्रदर्शन किया ।राजस्थान अधीनस्थ कंप्यूटर कर्मचारी संघ इकाई अजमेर की जिलाध्यक्ष श्रीमती तृप्ति पाराशर ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष कपिल चौधरी के आह्वान पर महंगाई राहत बचत कैंप का बहिष्कार कर राज्य के समस्त सूचना सहायक एवं सहायक प्रोग्रामर सोमवार से सामूहिक अवकाश पर हैं।
इसी क्रम में बुधवार को जिले के सूचना सहायक एवं सहायक प्रोग्रामर ने अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रातः 10 से दोपहर 1 बजे तक सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया तथा सरकार के खिलाफ नारे लगाए। यदि राज्य सरकार द्वारा संघ की मांगे नहीं मानी गई तो 3 मई से सरकार के खिलाफ जयपुर में होने वाले महापड़ाव में भी जिले से आईटी कार्मिक सम्मिलित होंगे। राज्य सरकार से हुए लिखित समझौते को डेढ़ वर्ष से अधिक का समय बीत जाने पर भी आज तक कार्यवाही नहीं की गई। विभाग एवं राज्य सरकार की ओर से हमेशा आश्वासन ही प्राप्त हुआ है। परिणाम स्वरूप मजबूर होकर आईटी यूनियन को यह कदम उठाना पड़ा।
आईटी यूनियन अजमेर जिला अध्यक्ष पाराशर ने बताया कि अजमेर जिले के लगभग 300 सूचना सहायक एवं सहायक प्रोग्रामर पिछले 3 दिनों से सामूहिक अवकाश पर रहते हुए हड़ताल पर है। पूर्व में अजमेर आईटी कार्मिकों द्वारा अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर महोदय को सौंपा गया था। इसके बाद सोमवार से शुरू हो रहे राहत बचत कैंप का बहिष्कार कर समस्त सूचना सहायक एवं सहायक प्रोग्रामर सामूहिक अवकाश पर चले गए। साथ ही आईटी कार्मिक अपने-अपने विभाग एवं कार्यालय के ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट हो गए। इसी क्रम में प्रतिदिन अलग अलग टीम बनाकर विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया जा रहा है।
इन मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर है आईटी कार्मिक
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग को तकनीकी विभाग घोषित करते हुए वेतन विसंगति दूर कर सहायक प्रोग्रामर की ग्रेड पे 4200 एवं सूचना सहायक को की ग्रेड पे 3600 करवाना मुख्य मांग है। इसके साथ ही नाम परिवर्तन, शैक्षणिक योग्यता में बदलाव, एसीपी एवं प्रोग्रामर के पदों में विभागीय आरक्षण, हार्ड ड्यूटी एलाउंस, राजकीय अवकाश पर ड्यूटी करने की एवज में क्षतिपूर्ति अवकाश अथवा डे ऑफ के स्पष्ट आदेश इत्यादि मांगों को लेकर यह धरना प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है ।