जयपुर। राजस्थान विधासभा चुनाव को लेकर प्रदेश की जनता को लुभाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक के बाद एक कई घोषणा कर रहे है। इसी कड़ी में सीएम गहलोत ने महंगाई राहत कैंप शुरू करने जा रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इशारों ही इशारों में विरोधियों पर जम कर प्रहार किए। भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि विश्नोई समाज के 29 नियमों में से 13वां नियम निंदा नहीं करना और 14वां नियम झूंठ नहीं बोलना है लेकिन कई लोगों को निन्दा और झूठे आरोप लगाए बिना नींद ही नहीं आती लेकिन झूठे आरोप उसी पर लगते हैं, जो की नींद उड़ा कर रखे।
विश्नोई समाज के मंदिर पहुंचीं वसुंधरा राजे
दरअसल, पूर्वी सीएम वसुंधरा राजे सूरतगढ़ दौरे पर विश्नोई समाज के मंदिर पहुंची थीं। इस कार्यक्रम में पूर्व सीएम ने इशारों ही इशारों में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। वसुंधरा ने कहा, विश्नोई समाज के 20वें नियम में है अहंकार का त्याग। जो न छोटों से सदव्यवहार करे और न बड़ों का सम्मान करे, हमारी पार्टी में ऐसा कोई नहीं है।
महंगाई राहत कैंप पर कसा तंज
राजे ने गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंप पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि विश्नोई समाज का 10वां नियम है क्षमा, पर जो क्षमा करने योग्य ना हो, उसे क्षमा नहीं करना चाहिए। 12वां नियम है- चोरी नहीं करना। भ्रष्टाचार एक किस्म की चोरी ही है। जहां बिना पैसे काम नहीं होते, वहां महंगाई कैसे कम होगी? लगाना ही है तो भ्रष्टाचार राहत कैंप लगाएं। महंगाई अपने आप कम हो जाएगी। संपूर्ण समाज का जो भला कर सके, ऐसे लोगों का ही साथ दो, ताकि हम आपकी फिर से सेवा कर सकें।
‘क्या दूध और नींबू रस आपस में कभी मिल सकते हैं’
वसुंधरा राजे ने कहा कि कई लोग षड्यंत्रपूर्वक एक ही झूठ बोलते आ रहे हैं कि ‘वो तो मिले हुए हैं, उनमें तो मिलीभगत हैं’। पूर्व सीएम ने कहा कि जिनसे सिद्धांत नहीं मिलते, जिनसे विचारधारा नहीं मिलती, जिनसे रोज़-रोज़ कर्णभेदी और अमर्यादित भाषा सुनने को मिली हों, उनसे मिलीभगत कैसे सम्भव है। क्या कभी दूध और नींबू रस आपस में मिल सकते हैं? राजे ने गुरुवार को सूरतगढ़ में विश्नोई समाज के जम्भेश्वर मंदिर कलश स्थापना समारोह में यह बात कही।
‘भ्रष्टाचार राहत कैंप लगाए’
पूर्व सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार एक क़िस्म की चोरी ही है, जहां बिना पैसे काम नहीं होते, वहां महंगाई कैसे कम होगी? लगाना ही है तो भ्रष्टाचार राहत कैंप लगाए। महंगाई अपने आप कम हो जाएगी। उनका यह कटाक्ष था गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंपों पर। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाज का जो भला कर सके, ऐसे लोगों का ही साथ दो ताकि हम आपकी फिर से सेवा कर सके।
‘हमारी सरकार ने दी किसानों के हितों को प्राथमिकता’
राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने क्षेत्र के किसानों के हितों को प्राथमिकता दी। पूर्व भाजपा कार्यकाल के दौरान आखिरी छोर पर बैठे किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाया है। किसानों को अपनी गेहूं की फसल बेचने में आ रही दिक्कतों को दूर करने में सरकार को पहल करनी चाहिए। राज्य सरकार को चाहिए कि कोई भी नीति निर्माण आमजन से संवाद करने और उनकी सुविधा के अनुसार ही होने चाहिए। यह सब एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि ही कर सकता है।
सीएम गहलोत के ट्विटर अकाउंट से हटा ब्लू टिक
ट्विटर सीईओ एलन मस्क के ऐलान के बाद अब ब्लू टिक हटाने की प्रक्रिया को शुरू कर दी गई है। इस प्रक्रिया के तहत देश-दुनिया की जानीमानी हस्तियों के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्विटर अकाउंट से भी ब्लू टिक हटा दिया गया है। ब्लू टिक हटाए जाने के बाद से अब उनके अकाउंट को भी नॉन वेरिफाइड अकाउंट्स की लिस्ट में शामिल कर दिया है।
पायलट-वसुंधरा का ब्लू टिक बरकरार
एक तरफ जहां राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास अभी भी ब्लू टिक बरकरार है। इस मामले में ट्विटर द्वारा की जा रही कार्रवाई के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द इन दोनों के अकाउंट्स से भी ब्लू टिक हटा ली जाएगी।