सर्वोदय संस्थान भरतपुर के अध्यक्ष गिरधारी तिवारी जी के नेतृत्व में भारत रत्न संविधान के निर्माता ज्ञान के प्रतीक प्रथम कानून मंत्री महामानव बोधिसत्व बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132 वी जन्म जयंती के उपलक्ष में एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी शिवा टॉकीज भरतपुर में श्री प्रेम सिंह आर्य पूर्व प्राचार्य एवं वरिष्ठ समाजसेवी के मुख्य आतिथ्य में एवं श्री नत्थी सिंह जसोरा पूर्व एएसपी साहब की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आदरणीय अमर सिंह जी हिंदू जागरण प्रमुख आदरणीय कमल किशोर जी भाई साहब एवं नेतराम जाटव पूर्व प्रबंधक मंच पर मौजूद रहे मुख्य अतिथि श्री प्रेम सिंह आर्य ने अपने उद्बोधन में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व तथा उनके सिद्धांतों एवं आदर्शों पर विस्तार से प्रकाश डाला साथ ही बाबा साहब को संपूर्ण विश्व के महानतम व्यक्तियों में से एक थे।
उन्होंने 21 उपाधियां प्राप्त की तथा 9 भाषाओं का पूर्ण रूप से लिखने पढ़ने बोलने का ज्ञान था आपने संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष होने के नाते रात दिन मेहनत करते हुए विभिन्न संविधान ओं का अध्ययन करने के पश्चात 2 साल 11 महीने 18 दिन में संविधान को निर्मित करके 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा को सौंप दिया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। आपने अपने संदेश में बताया की जैसे ऊंची नीची जमीन की होते हुए अच्छी पैदावार नहीं हो सकती ठीक उसी प्रकार से ऊंच-नीच की भावना के रहते हुए राष्ट्र का विकास संभव नहीं हो सकता।
अतः हमें चाहिए के इस ऊंच-नीच के भेद को दूर करें। आपस में समरसता और भाईचारा पैदा करें आपने समानता स्वतंत्रता भ्रातृत्व एवं न्याय पर आधारित संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य की स्थापना की मंचासीन वक्ताओं के द्वारा अपने विचार विमर्श किए जाने के पश्चात श्री नत्थी सिंह जसोरा जीने अंत में सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम का संचालन श्री श्याम सुंदर गॉड ने किया तथा अंत में श्री गिरधारी तिवारी जी ने सभी को आभार व्यक्त किया।
संवाददाता- आशीष वर्मा