बीकानेर। भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र, बीकानेर एवं एसबीकेएस मेडिकल इस्टीटयुट एण्ड रिसर्च सेंटर, सुमनदीप विद्यापीठ, वड़ोदरा के मध्य रिसर्च एवं नॉलेज प्रोग्राम के तहत एक एमओयू किया गया। इस एमओयू के अवसर पर एन.आर.सी.सी. के निदेशक डॉ.आर्तबन्धु साहू एवं सुमनदीप विद्यापीठ, समतुल्य विश्वविद्यालय के कुलपति एवं रजिस्ट्रार की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।
इस महत्वपूर्ण एमओयू के दौरान डॉ.नीरज देशपांडे, डॉ.सुरेश राठी, डॉ. पूनाचा, डॉ.लवलेश कुमार, डॉ.नवनीत सिंह, डॉ.मनसुख के शाह, डॉ. दीक्षित एम शाह, डॉ.राजेश पी. बारानय, प्रो.बाकुल जावड़ेकर, डॉ.विजय सिंह, डॉ.शीतल छाया, मेघना पटेल, डॉ. जया पांडेयन आदि थे। इस दौरान एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमें दोनों पक्षों ने संबंधित पहलुओं पर अपने-2 विचार परस्पर साझा किए।
इस एमओयू के संबंध में जानकारी देते हुए डॉ.आर्तबन्धु साहू ने कहा कि एमओयू के तहत एनआरसीसी अब एसबीकेएस मेडिकल इस्टीटयुट एण्ड रिसर्च सेंटर, सुमनदीप विद्यापीठ वड़ोदरा के साथ उष्ट्र दुग्ध की महत्ता एवं उपयोगिता पर समन्वित अनुसंधान कार्य कर सकेगा। डॉ.साहू ने कहा कि एमओयू के तहत उष्ट्र दुग्ध की मधुमेह एवं ह्दय रोगों में उपयोगिता की वैज्ञानिक परख की जाएगी तथा सकारात्मक परिणाम मिलने पर मधुमेह रोगियों (टाइप-1 व टाइप-2) के प्रबंधन हेतु उष्ट्र दुग्ध की और अधिक मांग बढ़ने से ऊँट पालन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और इस रोग के उपचार व प्रबंधन में एक नया आयाम जुड़ेगा।
डॉ. साहू ने विद्यापीठ के पदाधिकारियों के साथ विभिन्न अनुभागों का भ्रमण करते हुए विषय-विशेषज्ञों से उनके कार्यों आदि के संबंध में परस्पर चर्चा भी कीं।