फेसिलिटी सेन्टर कम रूबाथ, गेस्ट हाउस ऑफ तेलंगाना स्टेट एवं अल्पसंख्यक छात्रावास हेतु आवंटित भूखण्ड निरस्त करने की गूंज विधानसभा में। अजमेर उत्तर विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री देवनानी ने सदन में उठाया मुद्धा। अल्पसंख्यक छात्रावास एवं तेलंगाना गेस्ट हाउस हेतु भूमि आवंटन एवं निर्माण की स्वीकृति निरस्त करने और इसके डिमांड के पारित प्रस्ताव को तत्काल वापिस लिए जाने की देवनानी ने की पुरजोर मांग।
अजमेर, 30 जनवरी। अजमेर शहर में फेसिलिटी सेन्टर कम रूबाथ, गेस्ट हाउस ऑफ तेलंगाना स्टेट एवं अल्पसंख्यक छात्रावास निर्माण पर विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने छात्रावास को गैरन्यायसंगत करार देते हुए उक्त अल्पसंख्यक छात्रावास व तेलंगाना गेस्ट हाउस के भूमि आवंटन एवं निर्माण की स्वीकृति निरस्त करने और इसके पारित डिमांड प्रस्ताव को तत्काल वापिस लिए जाने की मांग कर डाली। सदन में बोलते हुए देवनानी ने कहा कि अल्पसंख्यक छात्रावास व तेलंगाना गेस्ट हाउस निर्माण को लेकर प्रशासन ने क्षेत्रवासियों को अंधेरे में रखा है। प्रशासन द्वारा पहले अन्यत्र स्थान पर स्थानांतरित करने का वादा कर पुनः इसी स्थान पर निर्माण की स्वीकृति देकर क्षेत्रवासियों को धोखा दिया है। अजमेरवासियों को किसी भी सूरत में दोनों का निर्माण यहां स्वीकार नहीं है।
सदन में सोमवार को विधानसभा कार्य संचालन एवं प्रक्रिया के नियम 295 के अन्तर्गत बोलते हुए देवनानी ने कहा कि अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा अजमेर उत्तर वि.स. स्थित कोटड़ा आवासीय योजना एवं हरिभाऊ उपाध्याय नगर मुख्य में फेसिलिटी सेन्टर कम रूबाथ, गेस्ट हाउस ऑफ तेलंगाना स्टेट एवं अल्पसंख्यक छात्रावास हेतु भूखण्ड आवंटित किया गया है। चूंकि यह क्षेत्र पूर्णतः आवासीय काॅलोनी है जिसमें छात्रावास एवं गेस्ट हाउस खोलने, दूसरे राज्य के लोगों के आने-जाने, निवास करने और उनकी धार्मिक गतिविधियों के कारण कालोनीवासियों को न केवल अनेक समस्याओं का सामने करना पडेगा बल्कि उनकी शांतीमय जीवन में भी खलल पैदा होगी। निकट ही प्राचीन चामुण्डा माता मन्दिर, राजा भृतहरी की गुफा, लक्ष्मी पोल, देवनारायण मन्दिर सहित अनेक हिन्दु धर्म के धार्मिक स्थल होने के कारण इन धार्मिक स्थलों की पवित्रता भी क्षीण होने की संभावना है।
देवनानी ने यह भी कहा कि इस संबंध में प्रशासन ने स्थानीय लोगों को अंधेरे में रखने का काम किया है। प्राधिकरण द्वारा क्षेत्रवासियों को प्लाॅटो के आवंटन करने के दौरान इस क्षेत्र में किसी प्रकार की मजहबी गतिविधि एवं उनके गेस्ट हाउस व अल्पसंख्यक छात्रावास के निर्माण की जानकारी नहीं दी गई। गुस्साई कालोनीवासी द्वारा जिला कलक्टर एवं एडीए कमिश्नर से मिलकर ज्ञापन सौंपा भी गया तब उन्होंने अल्पसंख्यक छात्रावास एवं तेलंगाना गेस्ट हाउस को अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने का आश्वासन भी दिया। अब प्रशासन द्वारा दोनों के लिए इसी स्थान पर भूमि आवंटन करना निश्चित ही न्यायसंगत नहीं है जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में भयंकर आक्रोश व्याप्त है।
अल्पसंख्यक छात्रावास एवं तेलंगाना गेस्ट हाउस हेतु भूमि आवंटन एवं निर्माण की स्वीकृति तुरंत निरस्त करने और इसके डिमांड के पारित प्रस्ताव को तत्काल वापिस लिए जाने की सख्त आवश्यकता है। इस दौरान देवनानी ने तत्काल प्रभाव से अल्पसंख्यक छात्रावास एवं तेलंगाना गेस्ट हाउस हेतु भूमि आवंटन एवं निर्माण की स्वीकृति निरस्त करने और इसके डिमांड के पारित प्रस्ताव को तत्काल वापिस लिए जाने की मांग भी की। शांति में खलल, बांग्लादेशियों की गतिविधियां बढने की संभावना
उन्होंने बताया कि उक्त अल्पसंख्यक छात्रावास एवं तेलंगाना गेस्ट हाउस के लिए भूमि आवंटन कर एडीए ने क्षेत्रवासियों के साथ छलावा तो किया ही है साथ ही शांतिपूर्ण निवास करने के अधिकार का हनन भी किया है। आवासीय क्षेत्र में इस प्रकार के गेस्ट हाउस एवं अल्पसंख्यक छात्रावास के निर्माण से क्षेत्रवासियों की शांति, सामाजिक सुरक्षा को गहरा आघात पहुंचेगा एवं तेलंगाना हाउस एवं अल्पसंख्यक छात्रावास की आड़ में नागफणी क्षेत्र की तरह ही नाग-पहाडी पर अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्यिाओं का कब्जा होने की सम्भावना भी रहेगी।