जयपुर। मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों के लिए राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी दी है। बंगाल की खाड़ी से आए डीप डिप्रेशन सिस्टम की आज राजस्थान के पूर्वी हिस्से में एंट्री हो गई। प्रदेश के कई जिलों में देर रात से बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान कोटा जिले के कई हिस्सो में 9 इंच तक पानी बरसा है। चम्बल में तेज मात्रा में पानी आने और जिले में भारी बारिश होने से कोटा में 9 इंच बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गएए जिसे देखते हुए प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों में छुटि्टयां घोषित की है। विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी को लेकर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चिंता जताते हुए कहा कि अशोक गहलोत अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त करे।
पूर्व सीएम राजे ने जताई चिंता
मौसम विभाग ने आगामी पांच दिनों के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसको लेकर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट किया है और गहलोत सरकार को अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लेने को कहा है। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने आमजन से अपील है कि जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें और विषम परिस्थिति में एक-दूसरे की सहायता करें।
मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों के लिए राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, अतः राज्य सरकार को अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लेनी चाहिए। आमजन से अपील है कि जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें तथा विषम परिस्थिति में एक-दूसरे की सहायता करें।#Rajasthan pic.twitter.com/lQoIPgnI5U
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 22, 2022
झालावाड़, कोटा में तो बाढ़ जैसे हालात
मौसम केन्द्र जयपुर और जल संसाधन विभाग से मिली रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान कोटा, झालावाड़, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, बारां जिलों के कई इलाकों में 2 से लेकर 9 इंच तक बरसात हुई। झालावाड़, कोटा में तो बाढ़ जैसे हालात हो गए। पिछले 24 घंटे के दौरान कोटा जिले के कई हिस्सो में 9 इंच तक पानी बरसा है। भारी बरसात से कालीसिंध, चम्बल, परवन नदियां का जलस्तर बढ़ने से टेंशन बढ़ गई। इन नदियों पर बने सभी बांधों के गेट खोल दिए है। चम्बल में तेज मात्रा में पानी आने और जिले में भारी बारिश होने से कोटा में 9 इंच बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए, जिसे देखते हुए प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों में छुटि्टयां घोषित की है। यहां पिछले 6 साल की सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है।
भारी बारिश बाढ़ जैसे हालात, कॉलोनियों में भरा पानी
कोटा में अभी भी बारिश का दौर जारी है। कोटा बैराज से 13 गेट खोल कर 2 लाख 41 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है जिसे 10 बजे बाद बढ़ाकर चार लाख क्यूसेक किया जाएगा। इधर बारिश के बाद कोटा के देवली अरब रोड की कॉलोनियों, पुराने कोटा, आकाशवाणी कॉलोनी, बजरंग नगर, जवाहर नगर में पानी भर गया। ज्यादातर कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है और तलवंडी में घरों तक में पानी घुस गया।
खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी ये नदियां
वहीं, झालावाड़ प्रशासन ने कोटा, बूंदी, बारां जिलों को अलर्ट भेजा है। एसडीआरएफ और प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए है। क्योंकि कालीसिंध और परवन नदियां अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बारां के बड़ौद में कालीसिंध नदी का जलस्तर 210.25 तक चला गया है। इस नदी का उच्चतम लेवल 223.80 मीटर है। इधर परवन नदी भी 310.35 मीटर पर बह रही है, जबकि नदी का खतरे का स्तर 309 मीटर है। इधर कोटा में चंद्रलोई नदी का जलस्तर भी 244.04 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 1.96 मीटर कम है।
झमाझम बारिश का दौर जारी
सोमवार सुबह से ही प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर जारी है। जयपुर, दौसा, सीकर, नागौर, अलवर, अजमेर, करौली, सवाईमाधोपुर टोंक, बूंदी, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, कोटा, झालावाड़ के साथ ही बारां, उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ में बारिश का दौर जारी है। मौसम केंद्र जयपुर की माने तो ये सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम दिशा की ओर से बढ़ रहा है। संभावना है कि आज देर रात से या कल से जोधपुर, अजमेर संभाग के जिलों में भारी बारिश का दौर शुरू हो जाएगा।