जयपुर। राजस्थान में कोरोना के बाद अब डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया ने कहर मचा रखा है। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल SMS और जेके लोन में बेड फुल हो गए है। डेंगू के मामले दो गुना तक बढ़ गए हैं। ऐसे में अस्पताल में ब्लड बैंक की भी व्यवस्था चरमरा गई है। एसडीपी (सिंगल डोनर प्लेटलेट्स) के लिए डोनर तो जैसे-तैसे मिल जाता है, लेकिन एसडीपी किट की किल्लत के कारण मरीजों के परिजनों को परेशान होना पड़ रहा है। प्लेटलेट्स का स्टॉक भी कम होने लगा है, जबकि मांग 3 गुना तक बढ़ गई है।

ब्लड बैंक की व्यवस्था चरमराई
मरीजों की बढ़ती संख्या और प्लेटलेट्स की कमी को देखते हुए एसएमएस हॉस्पिटल प्रशासन केवल उन मरीजों को प्लेटलेट्स दे रहा है, जिनकी प्लेटलेट्स 10 हजार से कम हो गई है या फिर ब्लीडिंग की समस्या आ रही है। एसडीपी किट की खरीद कम होने के कारण अब ब्लड बैंकों में इसकी किल्लत महसूस हो रही है। जनाना, सांगानेरी गेट, जेके लॉन के मरीजों को एसडीपी किट लेने के लिए कई बार एसएमएस भेजना पड़ता है।

वार्ड में एक भी बेड खाली नहीं
एसएमएस हॉस्पिटल में जयपुर के अलावा आसपास के जिलों और दूसरे राज्यों जैसे हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन हॉस्पिटल में इन दिनों सबसे ज्यादा बेड को लेकर परेशानी जनरल मेडिसिन वार्ड में है। जनरल मेडिसिन वार्ड की 10 यूनिट और इन सभी में लगभग सभी बेड भरे हैं।

प्राइवेट हॉस्पिटल के मरीजों को मिलेगा ब्लड
एसएमएस, जेके लोन, जनाना, सांगानेरी गेट महिला अस्पताल समेत तमाम सरकारी हॉस्पिटल के ब्लड बैंक अब बाहर से आने वाले मरीजों के लिए दरवाजे बंद हो गए। अब प्राइवेट हॉस्पिटल से किसी मरीज का परिजन सरकारी हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में एसडीपी किट लेने आ रहा है, तो उसे नहीं दे रहे।