जयपुर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपनी सरल सादगी और जमीन से जुड़ी हुई नेता मानी जाती हैं। हाल ही में वसुंधरा राजे का एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है जिसमें वह लोगों के बीच बैठकर छाछ राबड़ी पीती हुई नजर आईं। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की, उनकी समस्या सुनी और समाधान निकालने का भी आश्वासन दिया। दरअसल, वसुंधरा राजे इन तीनों 2 दिन के लिए जोधपुर में हैं। वह केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की मां के निधन पर शोक व्यक्त करने आई थीं।
महिलाओं ने कार रूकवाकर किया स्वागत सत्कार
चाड़ी जाते समय पंडित जी की ढाणी गांव में महिलाओं ने राजे की कार रुकवाई। उनका स्वागत-सत्कार स्वीकार किया। वहां मौजूद बच्ची नेनू भील के आग्रह पर उनके घर जाकर मिट्टी की हांडी में बाजरे और जीरे की राबड़ी पी। राजे ने यह वाकया सोशल मीडिया पर भी शेयर किया। इस दौरान गांव के हीरा भील ने राजे को मकान का पट्टा नहीं मिल पाने की समस्या से अवगत कराया। इस संबंध में उन्होंने तुरंत जिला कलेक्टर से बात कर अति शीघ्र नियमानुसार समाधान का आग्रह किया। ग्रामीणों की अन्य समस्याएं भी सुनी।
राजे ने कार्यकर्ताओं और ग्रामीण बंधुओं का जताया आभार
राजे ने सोशल मीडिया पर लिखा कि राजस्थान का सफर भाई-बहनों का साथ हो और राबड़ी का स्वाद हो तो दिनभर की थकान पलक झपकते ही दूर होना लाजिमी है। इतना प्यार और आशीर्वाद देकर मेरी यात्रा को एक यादगार सफर बनाने के लिए समस्त ग्रामीण बंधुओं और कार्यकर्ताओं का आभार।
हीरा जी भील ने मुझे मकान का पट्टा नहीं मिल पाने की समस्या से अवगत कराया। इस संबंध में मैंने तुरंत जिला कलेक्टर से बात कर अति शीघ्र नियमानुसार समाधान का आग्रह किया तथा ग्रामीणों की अन्य समस्याएं भी सुनी।#PeopleFirst pic.twitter.com/wrsg88Rmxg
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) October 21, 2021
बीजेपी में मुख्यमंत्री के चेहरे पर कही ये बात
राजस्थान भाजपा में मुख्यमंत्री के कई चेहरे उभरकर सामने आने के सवाल का जवाब देते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि किसी भी नेता के चाहने और ना चाहने से कुछ नहीं होता। जनता क्या चाहती है और किस नेता को प्रदेश के 36 के 36 कौमों का प्यार मिलता है वही इस प्रदेश में राज करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले करीब 9 महीने से पुत्र वधु का स्वास्थ्य बहुत खराब रहा, यही वजह रही कि फील्ड में सक्रीय नहीं रही। उन्होंने कहा कि अब पुत्र वधु के स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।