जयपुर। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा पूरी होने के बाद अब गहलोत सरकार के सामने राजस्थान प्रशासनिक सेवा प्री-परीक्षा (RAS Pre Exam-2021) कराना बड़ी चुनौती है। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की जा रही है। रीट, नीट-जेईई मेंस सहित सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में नकलचियों की कारगुजारियों को देखते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग भी सतर्क हो गया है। आरएएस-2021 प्रारंभिक परीक्षा में पुख्ता जांच के बाद अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलेगा। डिजिटल गैजेट्स और मोबाइल पर आयोग और पुलिस की खास नजरें रहेंगी।
6.5 लाख अभ्यर्थी होंगे शामिल
राजस्थान प्रशासनिक सेवा प्री-परीक्षा में 6.5 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। राज्य सेवा में 363 और अधीनस्थ सेवा के 625 पदों पर भर्ती होनी है। यह परीक्षा 27 अक्टूबर को आयोजित होनी है। 988 पदों के लिए होने वाली इस परीक्षा के लिये राज्यभर में 1500 सेंटर बनाये गये हैं। आरपीएससी ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। परीक्षा में नकल रोकने के पुख्ता बंदोबस्त किये जायेंगे।
नकल रोकना चुनौती
हाल में नीट, रीट और सब इंस्पेक्टर परीक्षा में पुलिस ने बड़े गिरोह पकड़े। इनमें अधिकांश आरोपी मोबाइल-ब्लू टूथ से नकल, पेपर और आंसर शीट उपलब्ध कराने, परीक्षा केंद्र से ओएमआर शीट वायरल करने, डमी कैंडिडेट बैठाने के मामलों से जुड़े हैं। आयोग को भी इन चुनौतियों से निबटना है।
सीसीटीवी-बायोमेट्रिक अटेंडेंस
अधिकृत सूत्रों के अनुसार आयोग परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी लगाने, मोबाइल नेटवर्क को रोकने के लिए केंद्रों पर जैमर का इंतजाम करेगा। डमी कैंडिटेड को रोकने के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस कराई जा सकती है। कानों, चप्पलों अथवा आंतरिक वस्त्रों में छिपे ब्लूटूथ पकडऩे के लिए अभ्यर्थियों की मेटल डिटेक्टर से जांच कराने की तैयारी में है।