जयपुर। राजस्थान में पंचायती राज चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी में कांटे की टक्कर रही। लेकिन 6 जिलाें में सोमवार को हुए जिला प्रमुख चुनाव में बीजेपी की रणनीति कांग्रेस पर भारी पड़ी। जयपुर में पंचायत चुनावों में हुए हाई वोल्टेज ड्रामें के बाद कुछ घंटों पहले कांग्रेस से बीजेपी में रमा देवी आई और वह जयपुर की जिला प्रमुख चुन ली गई। जयपुर में कांग्रेस ने जिला परिषद की कुल 50 सीटों में से 27 सीटें जीती थीं। मगर वार्ड नं 17 से जिला पार्षद रमा देवी के बीजेपी में चले जाने और एक अन्य जेकी कुमार टांटियावाल की क्रॉस वोटिंग से राजधानी जयपुर में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी और बीजेपी ने जयपुर जिला परिषद पर कब्जा कर लिया।
बीजेपी ने दल-बदल और छल-कपट से बनाया जिला प्रमुख:—
बीजेपी ने दल-बदल और छल-कपट कर जिला प्रमुख खुद का बना लिया है। प्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ पार्टी कार्यकर्ता भी काफी खुश नजर आ रहे हैं। लेकिन हकीकत देखा जाए तो इस बड़े इतने चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। जबकि कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है। रमा देवी ने अपने साथ कांग्रेस के दो से तीन जिला पार्षदों को तोड़ कर लाने का वादा किया था पर केवल जैकी कुमार टांटियावाल ने ही उनके साथ क्रॉस वोटिंग की।
जमीनी स्तर पर कांग्रेस की जीत:—
राजस्थान पंचायती राज चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस को जनता से समर्थन मिला है।
6 जिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस को विपक्षी पार्टी बीजेपी के मुकाबले काफी ज्यादा सीटें मिली है। जमीनी स्तर पर देखा जाए तो कांग्रेस को बड़ी जीत मिली है। वही विपक्ष पार्टी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है।
उप जिला प्रमुख चुनाव में बीजेपी की रणनीति फेल:—
प्रदेश के छह जिलों में जिला प्रमुख बनाने में भाजपा ने उलटफेर किया था, लेकिन उपजिला प्रमुख बनाने में भाजपा की रणनीति फेल हो गई। भाजपा मात्र सिरोही में ही उपजिला प्रमुख बनाने में कामयाब हो पाई है। कांग्रेस ने पांच जिलों जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर में उपजिला प्रमुख बनाया। भाजपा ने जयपुर में उलटफेर करते हुए अपना जिला प्रमुख बना लिया था, लेकिन उप जिला प्रमुख में भाजपा कामयाब नहीं हो सकी।
ये हैं 6 जिला परिषद चुनाव का परिणाम:—
1. जयपुर जिला परिषद में 51 वार्ड में से 27 पर कांग्रेस और 24 पर बीजपी के सदस्य हैं। इसमें से एक सदस्य रमा देवी कांग्रेस कुनबे से बाहर हो गई है। वह बीजेपी की तरफ से जिला प्रमुख प्रत्याशी है।
2. दौसा जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। यहां जिला परिषद चुनाव के कुल 29 वार्डों में से 17 वार्डों में कांग्रेस, 8 पर भाजपा, एक बसपा और 3 निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं।
3. जोधपुर जिला परिषद चुनाव में भी कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। जोधपुर जिला परिषद के 37 वार्डों में से 61 पर भाजपा का कब्जा हुआ है तो वहीं 21 वार्डों में कांग्रेस का कब्जा है।
4.सवाई माधोपुर जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है, यहां के कुल 25 वार्डों में से 16 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है तो 8 वार्डों में भाजपा का कब्जा हुआ है। एक वार्ड निर्दलीय के खाते में गया है।
5. सिरोही जिला परिषद चुनाव में यहां भाजपा को पूर्ण बहुमत है। सिरोही जिला परिषद के कुल 21 वार्डों में से 17 वार्डों में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। कांग्रेस को यहां 4 वार्डों में जीत से संतोष करना पड़ा।
6. भरतपुर जिला परिषद में कुल 37 वार्डों में से 17 वार्डों में भाजपा, 14 वार्डों में कांग्रेस, 2 वार्डों में बसपा और 4 वार्ड निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीते हैं।