जयपुर। देशभर में महामारी कोरोना वायरस का कहर जारी है। कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए राजस्थान में लॉकडाउन और कर्फ्यू लगा हुआ है। इसका सख्ती के साथ पालन भी किया जा रहा है। प्रदेश के बांसवाड़ा जिले से पुलिस की बर्बरता की घटना सामने आई है। यहां एक पुलिस अफसर ने दिव्यांग दुकानदार को बुरी तरह से पीटा। अफसर ने 31 सेकंड में दुकानदार को 18 लाठी मारी। इतना ही नहीं जब दिव्यांग ने लाठी पकड़ी तो अफसर ने उसे लात मार दी। दुकानदार की गलती सिर्फ इतनी थी कि लॉकडाउन के बावजूद उसने हाईवे में पंचर की दुकान खोल रखी थी। अफसर की यह बर्बरता वहां लगे एक सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई।
वर्दी में गुंडागर्दी
लॉकडाउन में सुबह 7 से 11 बजे तक सोमवार से शुक्रवार आवश्यक सामान की दुकानों को ढील दी हुई है। भागाकोट के रहने वाले कमलेश बैराग की हाईवे पर पंचर की दुकान है। उन्होंने भी इस दौरान अपनी दुकान खोल ली। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि सदर थाने के एक अधिकारी का वाहन सुबह करीब 9 बजकर 2 मिनट 35 सेकेंड पर आकर दुकान के पास आते है। अधिकारी दिव्यांग दुकानदार पर लाठियां बरसाना शुरू कर देता है। 31 सेकेंड में अधिकारी ने करीब 18 बार दिव्यांग पर लाठियां भांजी। इस दौरान दुकानदार ने एक बार लाठी पकड़ने की कोशिश की तो अधिकारी ने उसे लात मारी। इतना ही नहीं, गुस्से में अधिकारी ने आते और जाते समय दुपहिया वाहनों पर लट्ठ से वार किए।
पुलिस अफसर की नहीं हुई पहचान
फुटेज लाठियां भांजने वाला पुलिस अफसर दिखता है। उसकी वर्दी पर दो सितारे नजर आ रहे है। वहीं पीड़ित का कहना है कि वर्दी पर तीन सितारे थे। वह सरकारी वाहन की आगे की सीट पर बैठा था। ऐसे में स्पष्ट है कि वर्दीधारी कोई अधिकारी ही था। हालांकि, थाना पुलिस की ओर से वर्दीधारी व्यक्ति को होमगार्ड का होना बताया जा रहा है, जो कि फुटेज मैच नहीं होता। सदर थाना प्रभारी रतनसिंह ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। उस वक्त मौके पर कौन गया था। सेंट्रलाइज गश्ती दल भी सक्रिय है। होमगार्ड वाले भी हो सकते हैं, लेकिन दुकानदार को भी लॉकडाउन की पालना करनी चाहिए।