जयपुर। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को देश का आम बजट पेश किया है। उन्होंने आम बजट कागजी दस्तावेज के बजाय टैबलेट से पढ़ा। निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोराना काल में सरकार का फोकस सिर्फ खर्च करने पर रहा, आम लोगों को अधिक से अधिक मदद पहुंचाई गई। यही कारण रहा कि इस बार राजकोषीय घाटा इतना अधिक बढ़ गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजकोषीय घाटे पर कहा कि सरकार की ओर से लगातार ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे इसकी भरपाई लगातार की जाएगी। निर्मला ने कहा कि अगर सरकार खर्च पर फोकस कर रही है, तो उसका साफ असर रोजगार बढ़ने पर होगा। इस बार के बजट में कई अहम फैसले लिए गए, जिसमें बीमा क्षेत्र में एफडीआई को बढ़ाने का ऐलान शामिल है। बीमा कानून 1938 में बदलाव करके एफडीआई को 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी की मंजूरी दी गई, लेकिन शर्त है कि बोर्ड में भारतीय ही मेंबर होंगे।
कृषि
वित्त मंत्री ने कृषि क्षेत्र की घोषणा करते हुए कृषि के लिए 1.72 लाख करोड़ के बजट का ऐलान किया गया। किसानों को लागत से डेढ़ गुना ज्यादा MSP मिलेगी। इसके साथ ही धान किसानों को 1.7 लाख करोड़ का भुगतान किए जाने का ऐलान किया गया। गेहूं उगाने वाले किसानों को 75060 करोड़ का आवंटन किया गया है। कृषि कर्ज के लिए 16.5 लाख करोड़ का आवंटन, 1000 नई ई-मंडियां बनेंगी।
टैक्स
मध्यम वर्गीय टैक्स स्लैब में कोई राहत नहीं मिली है। लेकिन वहीं पेट्रोल-डीजल पर सेस की बढ़ोतरी की गई है। वित्त मंत्री ने कहा कि टैक्स चोरी के पुराने केस खुलेंगे। ये आर्थिक अपराध के खिलाफ सबसे बड़ा कदम होगा। बजट में पेंशनधारी बुजुर्गों को ITR नहीं भरना होगा ऐसा ऐलान किया गया। छोटे करदाताओं का टैक्स कम होगा। पेंशन से होने वाली आय पर टैक्स नहीं।
स्वास्थ्य
प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना लागू होगी। पब्लिक हेल्थ सेक्टर के लिए वेबसाइट बनाई जाएगी। ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों में वेलनेस सेंटर बनेंगे। दो मोबाइल हॉस्पिटल बनाए जाएंगे। देश में चार वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट बनाए जाएंगे। वित्त मंत्री ने कोरोना का जिक्र किया और साथ ही कहा कि जल्द ही कोरोना की दो वैक्सीन भी आएंगीं। इस वक्त कोरोना का टीकाकरण जारी है। ऐसे में वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ का आवंटन किया गया है।
अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे की बजट पर प्रतिक्रिया
राजस्थान के बीजेपी अध्यक्ष सतिश पुनिया और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आम बजट की तारीफ करते हुए आमजन के हित में बताया। राजे ने ट्वीट कर लिखा, देश के विकास की नई परिभाषा लिखने वाले इस बजट में किसानों, युवाओं, महिलाओं, व्यापारियों, आदिवासियों सहित सभी वर्गों का ख़याल रखा गया है। जिससे आम लोगों के जीवन के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक और व्यापक बदलाव आएगा।
देश का आम बजट लोकतंत्र के पवित्र मूल्यों को समर्पित बजट है। इसके लिए प्रधानमंत्री @narendramodi जी एवं वित्त मंत्री श्रीमती @nsitharaman जी का आभार। यह आत्मनिर्भर भारत की अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाला बजट है।#AatmanirbharBharatKaBudget
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) February 1, 2021
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस बजट की आलोचना की है। गहलोत ने ट्वीट पर लिखा, राजस्थान को केंद्रीय बजट से बहुत उम्मीदें थीं लेकिन प्रदेश की जनता को इससे निराशा हुई है। हमें उम्मीद थी कि बजट में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा और हर घर नल योजना में राजस्थान को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बजट का पूरा फोकस सिर्फ चुनावी राज्यों पर रहा। यह केंद्रीय बजट से ज्यादा ‘पांच चुनावी राज्य बजट’ प्रतीत हो रहा है। बजट में बुरे दौर से गुजर रही अर्थव्यवस्था के लिए कोई नीति नहीं है।
3/4— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 1, 2021
ये हुआ महंगा…..
— मोबाइल फोन महंगे होंगे
— मोबाइल के चार्जर महंगे होंगे
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