जयपुर। राजस्थान के जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र के देचू थाना इलाके के लोड़ता अचावता गांव में खेती का काम करने वाले एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत हो गयी। यह परिवार पाकिस्तान से विस्थापित बताया जा रहा है। जोधपुर पुलिस की स्पेशल टीम जांच में जुट गई है। मौत का कारण जहर खुरानी है या हत्या, जोधपुर पुलिस की स्पेशल टीम इन तमाम बिंदुओं की जांच के लिए मौके पर पहुंच चुकी है।
परिवार में सिर्फ केवलराम ही जिंदा बचा
प्रारंभिक जानकारी में यह सामने आया है कि यह सभी लोग एक ही परिवार के हैं और लोड़ता अचावता गांव में कृषि कार्य के कारण खेत में ही डेरा डाले थे और खेत के मध्य बने एक कमरे में रुक कर गुजर-बसर करते थे। सभी पाकिस्तान से आये शरणार्थी बताए जा रहे हैं। परिवार का एकमात्र सदस्य जिंदा बचा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे है और जांच कर रहे हैं। पूरे परिवार में सिर्फ बुधाराम का बेटा केवलराम (37) ही जिंदा बचा। वह रात को दूर टीले पर जाकर सोया था और सवेरे खेत के मध्य बने कमरे में पहुचने पर उसने ही हल्ला कर इन संदिग्ध मौतों की जानकारी दी थी, जिसके बाद आस पास के खेतों के लोग मौके पर आए और पुलिस को इत्तला दी गयी। उसके माता-पिता, एक भाई और तीन बहनों के अलावा दो बेटों और दो बेटियों की मौत हुई है। पुलिस केवलराम से पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक मामले का खुलासा नहीं हो पाया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही होगा मौत के कारणों का खुलासा
देचू क्षेत्र में 11 जनों की मौत का मामला पुलिस के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है। मौके से पुलिस को कई अहम सुराग मिले है। पुलिस इन सभी सुराग की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है। पुलिस जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इंतजार पर अटकी हुई है। पोस्टमार्टम से खुलासा हो सकेगा कि इन सभी की मौत जहरीला इंजेक्शन लगाने से हुई या नहीं। वहीं इन्हें मारने से पहले इनके खाने में कोई नशीला पदार्थ मिला हुआ था या नहीं। इस सवालों का जवाब मिलने के बाद ही पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाएगी।
विपक्ष ने उच्च स्तरीय जांच की मांग
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसको दिल दहलाने वाली घटना बताया है। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार के लापता होने का नतीजा है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उधर, आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने मामले की जांच एसआईटी या सीबीआई से कराने की मांग की। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह ने कहा कि एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत की यह घटना अत्यंत दुखद है। इसके कारणों की जांच जारी है। सरकार पूरी तरह संवेदनशील है।