जयपुर। जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से मुकाबला करते हुए शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह आज जयपुर लाई जाएगी। यहां सेना के अधिकारी और परिवार के लोग शहीद को अंतिम विदाई देंगे। कर्नल शर्मा रविवार को सुबह हंदवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। वे 21 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। कर्नल शर्मा अपने पीछे पत्नी पल्लवी शर्मा और एक पुत्री को छोड़ गए। शहीद की देह को आर्मी अस्पताल में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी की जाएगी। अजमेर रोड स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा। कश्मीर में मौसम खराब होने की वजह से अंतिम संस्कार में देरी भी हो सकती है।
सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कर्नल आशुतोष की शहादत को सलाम करते हुए ईश्वर से परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
जयपुर में होगा अंतिम संस्कार
आशुतोष के भाई पीयूष शर्मा ने कहा कि हमारा भाई देश के लिए शहीद हुआ, यह गर्व की बात है। आशुतोष एक जांबाज अफसर थे। देशभक्ति और वीरता उनकी रग-रग में थी। आशुतोष ने कहा था कि जिस दिन ऑपरेशन पूरा हो जाएगा। उसके अगले दिन फ्लाइट पकड़कर घर आ जाऊंगा। आशुतोष की पार्थिव देह सोमवार को जयपुर पहुंचेगी। यहीं उनको मुखाग्नि दी जाएगी। हमारा गांव बुलंदशहर में है। माताजी बुजुर्ग हैं, आशुतोष की बच्ची भी छोटी है। ऐसे में कोरोना की वजह से जयपुर से करीब साढ़े चार सौ किलोमीटर दूर गांव जाकर अंतिम संस्कार नहीं कर सकते।
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे कर्नल आशुतोष
3 जुलाई 1975 में जन्मे कर्नल आशुतोष शर्मा मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले थे। वहां डीएवी कॉलेज से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की थी। आर्मी के जांबाज अधिकारी कर्नल आशुतोष शर्मा रविवार को सिविलियंस को बचाने के दौरान आतंकियों की गोली का निशाना बन गये थे। कर्नल शर्मा समेत पांच अधिकारी-जवान इसमें शहीद हो गए थे।