जयपुर। व्यापारी मनीष मूलचंदानी की हत्या और लूट की वारदात को अंजाम देने वाले मोस्ट वांटेट जितेन्द्र सिंह उर्फ जीतू बन्ना और जयपुर पुलिस के बीच बुधवार को एक मुठभेड़ हो गई। इस घटना में दो पुलिस कांस्टेबल जख्मी हो गए। दोनों ओर से आमने-सामने की फायरिंग में दो पुलिस कांस्टेबलों के पैरों में गोलियां लगी। घायल जवानों को पहले बगरू के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया फिर बाद में जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल रेफर कर दिया गया। जीतू बन्ना को हाल ही लकी होटल्स ऑफ ग्रुप के मालिक हनुमान शर्मा को धमकी दी थी और एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस तलाश रही थी। पुलिस पर फायरिंग कर भागने की जीतू बन्ना की कोशिश नाकाम करते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
फिरौती के लिए रेस्टोरेंट पर की थी फायरिंग
हनुमान शर्मा जयपुर-अजमेर और जयपुर-टोंक हाइवे पर कई रेस्टोरेंट व होटल्स के मालिक है। 13 अगस्त की रात को हनुमान शर्मा को धमकाने के लिए जीतू ने उनके बगरू टोल के पास स्थित रेस्टोरेंट पर फायरिंग की थी और फिरौती मांगी। फिरौती नहीं देने पर 17 अगस्त को जीतू ने उनकी होटल पर फिर फायरिंग करके बाहर खड़ी तीन कारों को जलाने की कोशिश की थी। तभी से पुलिस जीतू की तलाश में थी।
आसलपुर में पुलिस ने जीतू बन्ना घेरा
जयपुर पुलिस को बुधवार को सूचना मिली की जीतू अपने साथियों के साथ आसलपुर – जोबनेर इलाके से भागने की कोशिश कर रहा है। इस पर पुलिस ने जीतू का पीछा करते हुए उसे घेर लिया। जीतू बन्ना ने पकडे़ जाने के डर से पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस मुठभेड़ में बगरू थाने का कांस्टेबल ताराचंद और भांकरोटा थाने के कांस्टेबल छोटूराम को गोली लग गई।
जीतू बन्ना के खिलाफ दर्ज है 30 मामले
वांटेड अपराधी जीतू बन्ना पर पहले से पुलिस थानों में हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती, लूट समेत करीब 30 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी पर ईनाम भी घोषित कर रखा था। पूरे मामले में डीजीपी भूपेंद्र यादव और पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों के साहस की सराहना करते हुए उनकी कुशलक्षेम पूछी है। उन्होंने कहा कि घटना में पुलिसकर्मियों ने साहस का परिचय दिया है।