राजस्थान विधानसभा में बुधवार को नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के बयान के बाद पक्ष-विपक्ष एक बार फिर आमने-सामने हो गए। धारीवाल ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर डाली जिसका भाजपा विधायकों ने जबरदस्त विरोध किया और स्पीकर ने गुरुवार सुबह 11 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन में हंगामे की शुरुआत मंत्री शांति धारीवाल की टिप्पणी के बाद हुई। दरअसल धारीवाल ने नगरीय आयोजना की अनुदान की मांगों पर बहस के जवाब में कहा कि एक लेखक ने लिखा कि वाल्मीकि समाज मल मूत्र साफ करने में आत्मिक शांति महसूस करते हैं। कुछ लेखकों ने सफाईकर्मियों के लिए पीड़ादायक व आपत्तिजनकर बातें लिखी थी, जिसकी निंदा की जानी चाहिए।
भाजपा विधायकों ने की मंत्री धारीवाल के इस्तीफे की मांग
इस पर जब विपक्ष ने लेखक का नाम जानना चाहा तो धारीवाल ने कहा कि ये लेख भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा है। पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिपप्णी के बाद भाजपा विधायक आग-बबूला हो गए और वेल में आकर धारीवाल की तरफ बढ़ने लगे। भाजपा विधायकों ने वेल में बैठकर धरना दिया और मंत्री धारीवाल के इस्तीफे की मांग की। हंगामा बढ़ता हुआ देख स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि वे सुबह इस मामले को दिखाएंगे, जिसके बाद ही विपक्षी सदस्यों ने धरना खत्म किया। हंगामे के बीच ही नगरीय आयोजना की अनुदान की मांगें पारित की गई। गौरतलब है कि इससे पहले भी मंत्री धारीवाल ने गाय को नहीं पूजने की बात कही थी जिसकी चौतरफा निंदा हुई थी।