जयपुर। देशभर में आचार संहिता का ऐलान होते ही लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचल अब तेज होने लगी है। राजनीतिक पार्टियां अब मतदाताओं का मूड अपने पक्ष में करने को लेकर एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रही हैं। इस बीच हाल ही में संचालित किसान सम्मान निधि योजना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। भाजपा की मानें तो राजस्थान में गहलोत सरकार की लापरवाही के कारण प्रदेश के करीब 50 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
केन्द्र को भेजे महज 1.27 लाख किसानों के नाम
मामले की जानकारी देते हुए भाजपा विधायक सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि केन्द्र सरकार की इस योजना से जहां देशभर के किसानों को फायदा पहुंच रहा है। वहीं राजस्थान की गहलोत सरकार ने अभी तक केवल 1 लाख 27 हजार किसानों के आंकड़े ही केन्द्र सरकार तक पहुंचाए हैं। पूनिया ने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों को केवल अपने वोट बैंक के रूप में ही इस्तेमाल करती आई है। चुनाव नजदीक आते ही उन्होंने अपने घोषणा पत्र में सम्पूर्ण कर्जमाफी का वादा किया था लेकिन सच्चाई यह है कि किसानों का 5 रुपये से लेकर 10 रुपये तक का ही कर्जमाफ किया गया है, जिसका बकायदा उन्हें प्रमाण पत्र तक भेजा गया है। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने 10 दिन में कर्जमाफी का वादा किया था लेकिन 80 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसान इंतजार ही कर रहे हैं।
किसानों को कांग्रेस राजनीतिक चश्मे से देखती है
गौरतलब है कि हाल ही में चुरू में जनसभा को संबोंधित करने आए प्रधानमंत्री मोदी भी किसान सम्मान निधि योजना को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साध चुके हैं। मोदी ने कहा कि कांग्रेस हर चीज को राजनीतिक चश्मे से देखती है। राज्य सरकार के ढीले रवैये के कारण राजस्थान के किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि गहलोत ने इसके जवाब में पीएम मोदी पर जनता को भ्रमित करने तथा वोट के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया था।