राजस्थान में लोकसभा चुनाव की तैयारी जोर—शोर से चल रही है। इसी बीच कांग्रेस में जोधपुर सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर संकट खड़ा हो गया है। इस सीट से सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव के बाद भतीजे राजेश गहलोत ने भी चुनाव लड़ने को लेकर ताल ठोक दी है। इतना ही नहीं, राजेश की दावेदारी के साथ साथ एक अन्य कांग्रेसी नेता ने भी जोधपुर सीट से दावेदारी ठोक दी है।
2019 के लोकसभा चुनाव के साथ ही सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव भी सियासी मैदान में दमखम भरने के लिए पूरी से तैयार है। वैभव को बतौर प्रत्याशी उतारने के लिए जालौर-सिरोही के साथ ही जोधपुर लोकसभा सीट से प्रस्ताव भी दिया जा चुका है। हालांकि, वैभव जालोर सिरोही से चुनाव लड़ेंगे या जोधपुर से, ये अन्तिम समय में ही तय हो पाएगा। ऐसे में राजेश का जोधपुर से टिकट लेकर चुनाव लड़ना अशोक गहलोत और कांग्रेसी आलाकमान के लिए मुसीबत बन सकता है।
वहीं, राजेश ने चुनाव लड़ने को स्पष्ट किया है कि— उनके समर्थकों ने टिकट मांगा है। वे चाहते हैं कि मैं भी राजनीति में आगे आऊं। राजेश की दावेदारी सामने आने के बाद से ही जोधपुर सीट काफी हॉट हो गई है। वहीं गहलोत भतीजे की दावेदारी के बाद से ही धर्मसंकट में हैं।
बेटे और भतीजे के परिवारवाद में फंसें गहलोत आखिर क्या रास्ता निकालेंगे ये तो आगामी दिनों में तय हो जाएगा। लेकिन आने वाले दिनों में इस सीट पर नया राजनीतिक बवाल भी देखने को जरूर मिल सकता है।