राजस्थान में बीते एक माह से ज्यादा समय से कांग्रेस सरकार का शासन है। सरकार बने भले ही वक्त बहुत कम हुआ है लेकिन, किए गए वादों से ये कहीं ज्यादा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सबसे बड़े लॉलीपॉप के लिए सबसे कम 10 दिन का वादा किया था। ऐसे में अन्नदाता की सरकार से नाराजगी लाज़मी है। कांग्रेस के सबसे बड़े नेता ने कहा था आप दस गिनेंगे और कर्जमाफ हो जाएगा। हां, ये बात अलग है कि ऐसा हुआ नहीं।
शायद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को 10गिननें में 10सप्ताह, 10माह या 10साल भी लग सकते हैं। शायद इसलिए किसान कर्जमाफी में थोड़ा वक्त और लग सकता है। इसमें गलती उनकी नहीं है। ये तो उन लोगों की गलती है जिन्होंने ये मान लिया कि 10 गिननें का मतलब 10 दिन से है। जबकि, सच तो ये है कि वो अपने हिसाब से इस 10 के अंक का गुणा, भाग, जोड़, बाकी करने की बात कहकर चले गए हैं।
बेरोजगारी भत्ता और सवर्णों की तो बात ही मत कीजिए और स्वाइन फ्लू से मौतों पर तो कहना ही क्या। जी हां! ये वो ही कांग्रेस सरकार है जो विपक्ष में होने पर भगवान श्री कृष्ण की तरह छोटी उंगली पर पूरे गोवर्धन पर्वत को उठाने की बात करती थी। लेकिन, सत्ता में आते ही इनके सुर बदल गए हैं। खैर, चुनाव सम्पन्न हुए अभी ज्यादा वक्त नहीं बीता है। ऐसे में जनता—जनार्दन को घोषणाओं और वादों का सारा चक्रव्यूह याद है, लेकिन गहलोत सरकार को मानो जैसे कुछ याद ही नहीं। कांग्रेस सरकार के किए गए घोषणा और वादों का पूरा होना अब प्रदेश की जनता के लिए दूर की कौड़ी साबित हो रहा है।