आरएएस मुख्य परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग के साथ अभ्यर्थी, मंगलवार शाम से राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर धरने पर बैठे है। अभ्यर्थियों की मांग है कि इसी महीने प्रस्तावित आरएएस मुख्य परीक्षा को तीन से चार महीने आगे बढ़ाया जाना चाहिए ताकि उन्हे तैयारी करने का मौका मिल सके। पहले ही राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) इस परीक्षा की तिथि दो बार बड़ा चुका है। पहले तब जब सामान्य और आरक्षित वर्ग की कट-ऑफ़ का मामला कोर्ट में गया था तब आयोग ने परीक्षा तिथि को क़रीब एक माह के लिए आगे बढ़ाया था, जो परीक्षा 23 और 24 दिसंबर को होनी थी वो अब 28 और 29 जनवरी को रखी गयी थी। अलवर ज़िले के रामगढ़ में विधानसभा चुनाव हैं जिसके मतदान 28 जनवरी को होने है। कल देर शाम आरपीएससी ने मतदान दिवस होने के कारण तिथि में संशोधन करते हुए परीक्षा को 29 और 30 जनवरी को आयोजित करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि आयोग ने यह परीक्षा प्रशासनिक एवं अधीनस्थ सेवाओं के क़रीब 1017 पदों पर भर्ती के लिए कराई है।
जानिए…. क्या है पूरा मामला, क्यों लगातार धरना दे रहे हैं अभ्यर्थी ?
अभ्यर्थियों ने ये भी बताया कि आरपीएससी (राजस्थान लोक सेवा आयोग) ने स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाई है, लेकिन आरएएस परीक्षा की तिथि को आगे नहीं बढ़ाया है। कुछ दिनों पहले जब आरएएस परीक्षा के परिणाम आये थे तब आरक्षित वर्ग की कट ऑफ सामान्य वर्ग से ज़्यादा थी जब मामला कोर्ट में पहुंचा तो जज के आदेश अनुसार सामान्य वर्ग के बराबर कट ऑफ़ के अभ्यर्थियों को शामिल किया गया।
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इस पूरे मामले के बाद आरपीएससी ने मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाई थी लेकिन अब फिर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी और अधिक समय देने की मांग कर रहे है। अब देखना होगा कि प्रदेश की नयी सरकार और राजस्थान लोक सेवा आयोग के नए अध्यक्ष इन अभ्यर्थियों की पुकार कब सुनेंगे ?
Content: Ganesh