किसान कर्जमाफी का वादा कर सत्ता हथियाने वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोल दिया है। गहलोत सरकार द्वारा आनन-फानन में लिए गए फैसले से दुःखी किसानों का कहना है कि सरकार हमारे साथ चुनाव में किए गए वादों की खिलाफत कर रही है। ऋण माफी के मामले पर झूठी वाह-वाही लूटने के लिए कांग्रेस जानबूझकर लोगों में भ्रम फैला रही है। जो किसान समय पर और पूरी ईमानदारी के साथ ऋण की किश्ते जमा करा रहे हैं उनका कर्जा माफ नहीं किया जा रहा है। जबकि जो लोग जमीनों पर ऋण लेकर बैंकों से धोखाधड़ी करते हैं, कांग्रेस सरकार द्वारा उन्हीं का ऋण माफ करना धरतीपुत्रों के साथ छलावा है।
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान गहलोत सरकार ने अपने घोषणा पत्र में सरकार बनने के 10 दिनों के अंदर ही किसानों का 2 लाख रुपये तक लोन माफ करने का वादा किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद गहलोत सरकार ने केवल सहकारी बैंकों व डिफॉल्टर किसानों का ही लोन माफ करने का निर्णय लिया है।
ऋण माफी के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी से आक्रोशित किसानों ने अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं किसान हितों से जुड़े संघों ने भी गहलोत सरकार के फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदेशभर में विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। सीकर सहित शेखावाटी व हाड़ौती के कुछ क्षेत्रों में कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री गहलोत के पुतले भी फुंके गए हैं।
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