केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद देश के छह राज्यों पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, असम, अरुणाचल प्रदेश व त्रिपुरा और केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में 4 लोकसभा सीटों और विधानसभा की 9 सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आ चुके हैं। माना जा रहा है कि नोटबंदी को लेकर आम लोगों की प्रतिक्रिया इन उपचुनावों के परिणामों में देखने को मिलेगी। भारतीय जनता पार्टी के लिए यह चुनाव इस लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। आने वाले वर्ष में उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए भी अहम संकेत इन उपचुनावों के परिणाम देंगे।
देश के छह राज्यों पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, असम, अरुणाचल प्रदेश व त्रिपुरा और केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में 4 लोकसभा सीटों और विधानसभा की 9 सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना मंगलवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई। पुदुचेरी के नेल्लीथोपु सीट से मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता वी. नारायणसामी ने जीत दर्ज की है।
ये रहे नतीजे:
त्रिपुराः बरजाला और खोवाई सीट पर सीपीआईएम की जीत।
पुडुचेरी: कांग्रेस ने जीती नेल्लीथोपु विधानसभा सीट पर सीएम वी. नारायणसामी ने AIADMK के उम्मीदवार को 11,144 वोटों से हराया।
मध्य प्रदेश: नेपानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस को पछाड़ बीजेपी उम्मीदवार मंजू दादू ने 42198 वोटों से जीत हासिल कर ली है।
मध्य प्रदेश: शहडोल लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार ज्ञान सिंह ने 60,000 वोटों से जीत हासिल की है।
पश्चिम बंगालः तमलुक विधानसभा सीट से टीएमसी के दिब्येंदू अधिकारी जीत गए हैं। उन्होंने सीपीआई(एम) के मंदिरा पांडा को 4.97 लाख वोटों से हराया है।
तमिलनाडु: तंजावुर सीट से AIADMK के रंगासामी ने 25,000 वोटों से जीत दर्ज कर ली है। वहीं अर्वाकुरुचि सीट पर एआईएडीएमके उम्मीदवार ने 84727 वोट हासिल कर जीत हासिल की। तिरुप्पराकुंद्रम सीट से भी एआईएडीएमके उम्मीदवार की जीत हुई है।
अरुणाचल प्रदेशः हयुलिंग सीट से बीजेपी की उम्मीदवार दसांगलू पुल ने 1004 वोटों से जीत हासिल की है। दसांगलू पुल अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कलिखो पुल की पत्नी हैं, जिन्होंने इस साल खुदकुशी कर ली थी।
पश्चिम बंगाल: कूचबिहार सीट से टीएमसी के प्रतिम रॉय ने 4,13,231 वोट हासिल कर चुनाव जीता। पश्चिम बंगाल में हुए उपचुनाव में दोनो लोकसभा सीटों और एक विधानसभा सीट पर टीएमसी ने जीत बरकरार रखी।
असम: लखीमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी को जीत हासिल हुई है।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के नोटबंदी के निर्णय के बाद हो रहे इस उपचुनाव को अहम माना जा रहा है और इसे नोटबंदी के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है।