प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों राजस्थान की मरुभूमि पर पधारे हुए हैं। यहां आज उन्होंने भीलवाड़ा जिले में एक आम सभा को संबोधित कर आज के सफर की शुरुआत की। यहां माताओं-बहिनों की भारी संख्या देखते हुए उन्होंने कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस को परेशानी यह है कि माताएं-बहिनें ‘मोदी-मोदी’क्यों करती हैं। सच तो यह है कि मोदी सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ था। उसने गरीब मां को लकड़ी का चूल्हा जलाकर धुएं के बीच खाना बनाते देखा था। उसे उस मां का दर्द मालूम था इसलिए उसने आते ही देश के 90 प्रतिशत घरों में गैस का चूल्हा पहुंचाया। कांग्रेस ने काम किया हो तो हिसाब देंगे न। आप तो ‘जाति कौन सी है, पिता कौन है’ यही पूछते रहोगे।
यहां के कण-कण में देशभक्त, विकास की भी धरती है…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह राजस्थान की धरती है। यह वीरों की धरती है। भीलवाड़ा पर कितने ही संकट आए, चुनौतियां आयीं लेकिन यह भीलवाड़ा ही था जिसने राणा प्रताप का साथ नहीं छोड़ा। भीलवाड़ा ने मुसीबतें झेलना पसंद किया, आखिरी दम तक राणा प्रताप के साथ डटकर खड़ा रहा। इस भूमि को मेरा नमन है। इस बार राजस्थान ने ठान ली है कि राजस्थान में फिर एक बार भाजपा सरकार बनाकर रहेंगे। विकास की यात्रा को एक और ताकत देंगे और नया इतिहास लिखेंगे।
इसको काम कहते हैं 65 साल में 40% और 4 साल में 95%
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब आपकी 4 पीढ़ियां देश पर राज करती थी। गली से दिल्ली तक कारोबार चलता था। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक यही छाये थे। 65 साल के कालखंड बीतने के बाद भी ग्रामीण परिवारों में शौचालय की सुविधा 40% भी नहीं थी। हमने 4 साल में इसको 95% कर दिया। जो राजदरबारी है और रागदरबारी गाने गाने की आदत बनी है और जो एयर कंडीशन कमरे में बैठ करके भाजपा हार जाये ऐसे गीत गाते रहते है, वो ज़रा ये नज़ारा देख ले। 2014 में हमारे आने से पहले गांव में शौचालय की सुविधा 40 प्रतिशत भी नहीं थी और 4 साल में मोदी ने इसे 40 प्रतिशत से 95 प्रतिशत कर दिया। अगर ठान लेना है पक्का मन बना लेना है तो दुनिया को सीखना है तो राजस्थान से ही सीखना पड़ेगा, क्योंकि राणा प्रताप ने वो परंपरा बनाई है। इस बार राजस्थान ने ठान लिया है, कल अलवर में था क्या नजारा था, आज भीलवाड़ा देख रहा हूं।
Read more: 3 जिलों की 6 विधानसभा क्षेत्रों में होंगी मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की आम सभाएं