राजस्थान विधानसभा चुनाव-2018 वाकई में इस बार काफी रोचक होने वाला है। इस बार के विधानसभा चुनावों में रिकॉर्ड तोड़ प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे हैं। इस बार राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर 3270 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। दाखिल कराए गए नामांकन पत्रों की संख्या 4262 है। नामांकन के अंतिम दिन 2219 प्रत्याशियों ने 2632 नामांकन-पत्र दाखिल कराए हैं। हालांकि कुछ विधानसभा क्षेत्रों से नामांकन रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में प्रत्याशियों की उपस्थिति और नामांकन पत्रों की संख्या में निश्चित तौर पर इजाफा होना लाज़मी है। सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि थी।
इस बार के चुनावी घमासान में प्रदेश की कुछ सीटें हॉट बनी हुई हैं। इनमें झालरापाटन, सांगानेर टोंक व खींवसर विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला वाकई में घमासान एवं रोचक रहने वाला है। झालरापटन में वर्तमान सरकार में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के सामने कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह को टिकट मिला है। यह राजे की परम्परागत सीट है और बीजेपी का गढ़ है। यहां मानवेंद्र सिंह को राजपूत वोट भुनाने के लिए उतारा गया है। जयपुर की सांगानेर सीट चतुष्कोणीय मुकाबले में फंस गई है। भाजपा से तीन बार के स्थानीय विधायक और भारत वाहिनी पार्टी प्रमुख घनश्याम तिवाड़ी के अलावा भाजपा के अशोक लाहोटी, कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज और निर्दलीय ज्ञानदेव आहुजा मैदान में है। खींवसर में किसान नेता एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल सहित बीजेपी के रामचन्द्र उता और कांग्रेस के मुकेश भाकर आमने-सामने हैं। टोंक से वर्तमान सरकार में मंत्री यूनुस खान और कांग्रेस के अशोक पायलट एक-दूसरे के सामने हैं।
आज यानि मंगलवार से नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन वापिस लेने की अंतिम तिथि 22 नवंबर है। प्रदेश में 7 दिसंबर को मतदान होगा और 11 दिसंबर को मतगणना की जाएगी। इसी दिन चुनावी परिणाम की भी घोषणा होगी।
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