राजस्थान में आगामी 7 दिसम्बर को चुनावी घमासान होने को तैयार है। ऐसे में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था, जो भाजपा की ओर से जारी हो गई है। राजस्थान बीजेपी ने फिलहाल प्रदेश के चुनावी रण में 131 योद्धाओं को उतारा है। दो मंत्रियों सहित 23 पुराने चेहरों को पार्टी ने पहली लिस्ट में मौका नहीं दिया है। अभी 69 नामों की घोषणा की जानी शेष है। 131 नामों में 12 महिलाएं, 32 युवा, 26 जाट, 17 राजपूत, 17 एससी एवं 19 एसटी प्रत्याशी हैं। पहली लिस्ट में 85 मौजूदा विधायकों पर सत्तारूढ़ पार्टी की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सहित अमित शाह ने विश्वास जताया है।
वसुन्धरा राजे को उनकी परम्परागत सीट झालरापाटन से उतारा गया है। स्व.सांवरलाल जाट के पुत्र रामस्वरुप लांबा को नसीराबाद (अजमेर) से टिकट मिला है। लांबा को उपचुनावों में बीजेपी सांसद प्रत्याशी के तौर पर उतारा गया था जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल (84) विधानसभा चुनाव के सबसे उम्रदराज प्रत्याशी हैं। डीडवाना से विधायक व पीडब्ल्यूडी मंत्री युनूस खान और स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ एवं उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत की सीट से नाम अभी घोषित नहीं हुए हैं।
सवाईमाधोपुर विधायक दीया कुमारी, भवानीसिंह राजावत और ज्ञानदेव आहूजा के नाम भी पहली सूची में शामिल नहीं किए हैं।
इस बार विधायक गुरजंट की जगह उनके पोते गुरवीर, दिगंबर सिंह के बेटे शैलेश सिंह व देवी सिंह भाटी की पुत्रवधू पूनम कंवर, किरोड़ी मीणा की पत्नी गोलमा, सुंदर लाल के टेटे कैलाश, नंदलाल मीणा के बेटे हेमंत व धर्मपाल चौधरी के बेटे मंजीत को भी टिकट मिला है।
राजधानी जयपुर की कुल 19 सीटों में से फिल्हाल 10 सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित किए हैं। राजधानी की मालवीय नगर, झोटवाड़ा और सांगानेर सीट पर प्रत्याशी घोषणा बाकी है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव की 200 सीटों के लिए नामांकन आज (सोमवार) से दाखिल होंगे। नामांकन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक भरे जा सकेंगे। अंतिम तिथि 19 नवम्बर है। चुनाव 7 दिसम्बर को होंगे। 11 दिसम्बर को परिणाम घोषित होगा जबकि 15 दिसम्बर तक सभी चुनावी प्रक्रियाएं पूर्ण हो जाएंगी।
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