राजस्थान में 7 दिसम्बर और मध्यप्रदेश में 28 नवम्बर को विधानसभा चुनाव संपन्न होने हैं। परिणाम 11 दिसम्बर को जारी किया जाएगा।
राजस्थान विधानसभा चुनाव से ऐन वक्त पहले सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के आरोप से जुड़ी याचिकाएं खारिज कर दी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट व कमलनाथ की ओर से राजस्थान व मध्यप्रदेश की मतदाता सूचियों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी। कांग्रेस नेताओं की याचिकाओं में यह आरोप था कि राजस्थान में 41 लाख व मध्यप्रदेश में 60 लाख फर्जी मतदाता हैं। कांग्रेस की ओर से मतदाता सूचियां टेक्स फॉर्मेट में मुहैया कराने की मांग भी की थी। इस पर न्यायाधीश अर्जन कुमार सिकरी और न्यायाधीश अशोक भूषण की खंडपीठ ने उनकी इस मांग को भी नामंजूर कर दिया। कमलनाथ ने मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच कराने और 10 फीसदी बूथों पर वीवीपैट के औचक निरीक्षण कराने का अनुरोध न्यायालय से किया था। जबकि पायलट ने सूची को टेक्स्ट प्रारूप में उपलब्ध कराने की मांग की थी।
कमलनाथ ने मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच कराने और 10 फीसदी बूथों पर वीवीपैट के औचक निरीक्षण कराने का अनुरोध न्यायालय से किया था। जबकि पायलट ने सूची को टेक्स्ट प्रारूप में उपलब्ध कराने की मांग की थी।
इससे पहले चुनाव आयोग ने कोर्ट को बताया कि पहली मतदाता सूची का ड्राफ्ट इस साल जनवरी में तैयार हो गया था जबकि मई में उसमें संशोधन किया गया। सूची ठीक कर दी गई हैं। सुनवाई के बाद कोर्ट ने 8 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रखा था। राजस्थान में 7 दिसम्बर और मध्यप्रदेश में 28 नवम्बर को विधानसभा चुनाव संपन्न होने हैं। परिणाम 11 दिसम्बर को जारी किया जाएगा।
बता दें, राजस्थान में कुल 4 करोड़ 74 लाख 79 हजार 402 मतदाता हैं। इसमें से 2 करोड़ 47 लाख 60 हजार 755 पुरुष और 2 करोड़ 27 लाख 18 हजार 647 महिला वोटर हैं। प्रदेश में निर्वाचन आयोग ने 31 जुलाई से 7 अक्टूबर तक मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण किया था। इस दौरान 7 लाख 91 हजार 320 नाम हटाए गए जिनमें दोहर नाम, शिफ्ट होने वाले और मृत लोगों के नाम शामिल थे।
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