आमेर महल में खासतौर पर विदेशी पर्यटकों के लिए गजराज यानि हाथी की सवारी खासी पसंद की जाती है। देसी पर्यटकों ने भी इस सवारी का ऐडवेंचर तहे दिल से स्वीकार किया है। जिस तरह से हाथी को सजा-धजा कर तैयार किया जाता है और जिस तरह हिचकोले खाती हुई यह सवारी आगे बढ़ती है, इसका अपना ही एक मजा है। लेकिन आने वाले कुछ दिनों तक पर्यटकों को इस सवारी से रुबरु होने का मौका नहीं मिलेगा। कहने का मतलब है कि कुछ दिनों तक आमेर महल का पर्याय कही जाने वाली हाथी की सवारी को बंद कर दिया है।
असल में बुधवार से नवरात्र शुरु हो रहे हैं। इन 9 दिनों में आमेर महल में बिराजी हुई शिलामाता के चरणों में सैंकड़ों की संख्या में भक्तगण ढोक लगाने आते हैं। सुबह 5 बजे से शाम 5 बजे तक यहां जमकर भीड़ पड़ती है। ऐसे में महल के जलेब चौक में शारदीय नवरात्रा मेले की व्यवस्थाओं, दर्शनार्थियों की भीड़ एवं पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए 9 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक पर्यटकों हेतु हाथी सवारी‘ तथा रात्रिकालीन पर्यटन पूर्णतया बंद रहेगा।
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शारदीय नवरात्रा के दौरान पर्यटकों की सुविधा हेतु 10 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक आमेर महल में प्रवेश की बुकिंग व्यवस्था ‘सिंह पोल’ एवं ‘त्रिपोलिया गेट’ पर रहेगी। पर्यटकों के निकासी की व्यवस्था भी त्रिपोलिया गेट से रहेगी।